भारत का एविएशन मार्केट इस वक्त दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ मार्केट है। लगातार इसमें बड़े बदलाव आ रहे हैं और नई और पुरानी कंपनियां मिलकर अपने विमान बेड़ों को मजबूत बनाने में लगी हुई हैं। वहीं, दोबारा से शुरू हो जेट एयरवेज भी इसी कतार में शामिल है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, जेट एयरवेज की नए विमान खरीद के लिए यूरोपीय विमान निर्माण करने वाली कंपनी एयरबस एसई से बातचीत चल रही है और यह डील करीब 5.5 बिलियन डॉलर की हो सकती है।

इस मामले से जुड़े व्यक्ति का कहना है कि जेट एयरवेज, एअरबस से A320 Neo और A220 विमान मॉडल को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। कंपनी की ओर से बोइंग और एंब्रेर से बातचीत भी की गई थी, लेकिन उनके साथ बातचीत किसी भी नतीजे तक नहीं पहुंच सकीं। विमानों की यह खरीद करीब 5 बिलियन डॉलर से अधिक की होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे विमान सौदों में अक्सर कंपनियों को बढ़ा डिस्काउंट मिलता है।

जेट एयरवेज की तरफ से यह आर्डर ऐसे समय पर दिया जा रहा है जब वह दिवालिया प्रक्रिया से निकलने के बाद दोबारा से भारत के आसमान में उड़ान भरने जा रहा है। जेट एयरवेज कॉम पिछले महीने ही सरकार की ओर से उड़ान भरने के लिए लाइसेंस दे दिया गया था। जेट एयरवेज दिवालिया नियमों के तहत शुरू होने वाली भारत की पहली कमर्शियल एयरलाइन है। हाल ही में कंपनी की ओर से एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि जेट एयरवेज को सरकार से उड़ान भरने के लिए परमिट मिल गया है। नए निवेश, नए मेंजमेंट और नए हाथों में ओनरशिप जाने के जेट एयरवेज एक नए अवतार में दिखेगा।

पुराने कर्मचारियों को बुलाया: हाल ही में जेट एयरवेज की तरफ से नौकरी के लिए विज्ञापन निकाला गया था। इसमें कहा गया था कि हकीकत में घर जैसा कुछ भी नहीं! हम जेट एयरवेज के पुराने क्रू को फिर से बुला रहे हैं और भारत की बेहतरीन एयरलाइंस को दोबारा लॉन्च कर रहे हैं। एयरलाइन फिलहाल महिला क्रू की ही भर्ती कर रहा है।

इससे पहले शेयर बाजार के दिग्गज राकेश झुनझुनवाला अपनी एयरलाइन अकासा के लिए बोइंग कंपनी को 72 विमानों का ऑर्डर दे चुके हैं। इसकी ऑर्डर वैल्यू करीब 9 बिलियन डॉलर है जबकि कुछ दिनों पहले टाटा की ओर से भी 200 विमानों के ऑर्डर को लेकर बातचीत की खबरें आई थी लेकिन कंपनी की ओर से इस पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।