देश में 7 बड़े एयरपोर्ट का संचालन करने वाला अडानी ग्रुप अब भारत की सबसे बड़ी विमान रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल (MRO Services) कंपनी में निवेश करने की योजना बना रहा है। इसके जरिये अडानी ग्रुप की कोशिश अपने नागरिक उड्डयन पोर्टफोलियो (Civil Aviation Portfolio) को और अधिक मजबूत करना है । सूत्रों ने ‘द संडे एक्सप्रेस’ को बताया कि अडानी ग्रुप मुंबई की 71 साल पुरनी विमान सर्विस कंपनी एयर वर्क्स ग्रुप (Air Works Group) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए शेयरधारकों से समझौते की संभावना तलाश रहा है।
एयर वर्क्स सर्विस भारतीय विमान कंपनियों जैसे इंडिगो, गोएयर और विस्तारा के साथ अन्य विदेशी विमान सेवा कंपनियों लुफ्थांसा, टर्किश एयरलाइंस, फ्लाईदुबई, एतिहाद और वर्जिन अटलांटिक के विमानों की सर्विस करती है। इसके साथ कंपनी के ग्राहकों की लिस्ट में भारतीय नौसेना का भी नाम शामिल है। इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग से भारतीय नौसेना के तीन पी-81 लॉन्ग-रेंज मेरीटाइम पट्रोल एयरक्राफ्ट की रखरखाव के लिए करार किया था।
एयर वर्क्स ग्रुप का करोबार भारत के 27 से अधिक शहरों में फैला हुआ है। मौजूदा समय में इस सेक्टर में 50 से अधिक कंपनियां काम कर रही हैं। इसमें सरकारी कंपनी एआई इंजीनियरिंग सर्विस और जीएमआर टेकनिक का नाम भी शामिल है।
अडानी ग्रुप फिलहाल देश के सात एयरपोर्ट का संचालन करता है। इन एयरपोर्ट्स में देश का दूसरा सबसे बड़ा मुंबई समेत अहमदाबाद, लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, जयपुर, गुवाहाटी और मंगलुरु का नाम शामिल हैं। कंपनी फिलहाल मुंबई की कंपनी इंदमेर एविवेशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर देश के कई एयरपोर्ट्स पर एमआरओ सर्विस दे रही है।
एक अन्य सूत्र ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि अडानी ग्रुप की यह प्रस्तावित डील देश में नागरिक उड्डयन मार्किट (Civil Aviation Market) के तेजी के साथ हो रहे विकास और एमआरओ सर्विस बढ़ती हुई मांग के कारण पैदा हुए अवसरों का लाभ उठाने के लिए है।”
अडानी ग्रुप देश में तेजी से अपने सभी सेक्टरों में अपने पांव पसार रहा है। बीते शुक्रवार को अडानी डिफेंस बेंगलुरु की एक ड्रोन बनाने वाली कंपनी जनरल एयरोनॉटिक्स में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। कंपनी का कारोबार बिजली, सीमेंट, ड्रोन, फूड, खदान, पोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक फैला हुआ है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक गौतम अडानी की संपत्ति करीब 102 बिलियन डॉलर है जो उन्हें दुनिया का सातवां सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है।