कई हफ्तों से नुकसान के बाद, पिछले हफ्ते टॉप 10 में से 7 कंपनियों के मार्केट कैप में इजाफा हुआ है। 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर के बीच में इन कंपनियों को 1 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, TCS, Infosys जैसी कंपनियां टॉप गेनर रही हैं। यह बढ़ोतरी पिछले हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी 50 में 3 प्रतिशत की उछाल के कारण हुआ है।
पीटीआई के रिपोर्ट के अनुसार, 10 सबसे वैल्यूवेबल फर्मों में से सात का संयुक्त मार्केट कैप पिछले सप्ताह 1,01,043.69 करोड़ रुपये बढ़ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का मार्केट कैप 37,581.61 करोड़ बढ़कर 7 अक्टूबर को 16,46,182.66 करोड़ हो गया, जबकि टाटा समूह TCS का मार्केट कैप 22,082.37 करोड़ बढ़ गया, जो कुल मिलाकर 11,21,480.95 करोड़ हो गयाहै।
अरबपति मुकेश अंबानी का आरआईएल ने बाजार हिस्सेदारी के मामले में सबसे मूल्यवान कंपनी होने के अपने नेतृत्व की स्थिति को बनाए रखा है। टीसीएस वर्तमान में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा इंफोसिस का मार्केट कैप पिछले सप्ताह 16,263.25 करोड़ रुपये बढ़कर 6,10,871.36 करोड़ रुपये हो गया, जबकि आईसीआईसीआई बैंक 7 अक्टूबर तक 13,433.27 करोड़ रुपये बढ़कर 6,14,589.87 करोड़ रुपये हो गया ।
एनबीएफसी-विशाल एचडीएफसी के साथ वैल्यूवेशन अच्छी तरह से वृद्धि दर्ज की गई, जो मार्केट कैप में 6,733.19 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 4,22,810.22 करोड़ रुपये और सबसे बड़े निजी बैंकर एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 4,623.07 करोड़ रुपये बढ़कर 7,96,894.04 करोड़ रुपये हो गया। .बजाज फाइनेंस का मार्केट कैप भी 326.93 करोड़ बढ़कर 4,44,563.66 करोड़ रुपये हुआ है।
दूसरी ओर, जिन कंपनियों के मार्केट कैप में गिरावट आई, उनमें एफएमसीजी-दिग्गज हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) शीर्ष पर रही। HUL का मार्केट कैप 23,025.99 करोड़ रुपये घटकर 6,10,623.53 करोड़ रुपये रह गया। भारती एयरटेल और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एम कैप क्रमश: 3,532.65 करोड़ और 624.73 करोड़ घटकर 4,41,386.80 करोड़ रुपये और 4,73,316.78 करोड़ रुपये हो चुका है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सेंसेक्स 30.81 अंक या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 58,191.29 पर बंद हुआ था। निफ्टी 50 17.15 अंक या 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ 17,314.65 पर बंद हुआ था।