Royal Enfield को मिली भारी सफलता ने भारत में अन्य बाइक निर्माताओं को 250-700 सीसी इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिलों के आधुनिक क्लासिक सेगमेंट में उतरने के लिए प्रेरित किया है। जबकि होंडा और क्लासिक लीजेंड्स (जावा और येजदी ब्रांडों के मालिक) जैसे निर्माताओं ने बदलाव लाने के लिए वास्तविक प्रयास किए हैं। हालांकि वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस बात में कोई दो राय नहीं है कि रॉयल एनफील्ड को शीर्ष स्थान से कोई हटा नहीं सकता है।
दूसरी तरफ, टीवीएस ने पिछले साल रोनिन को लॉन्च करके इस सेगमेंट में एंट्री की थी, हालांकि, इसके डिजाइन ने इस सेगमेंट में ओपिनियन के पोलराइजेशन को बढ़ाने में कोई मदद नहीं की जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि टीवीएस को रॉयल एनफील्ड के वर्चस्व का मुकाबला करने के लिए अन्य तरीकों पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
नॉर्टन कॉम्बैट को भारत में ट्रेडमार्क कराया गया
ब्रिटिश मोटरसाइकिल निर्माता नॉर्टन ने भारत में ‘कॉम्बैट’ नामक उत्पाद के लिए ट्रेडमार्क दायर किया है। प्रतिष्ठित ब्रांड टीवीएस मोटर कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और इसलिए भारत में नॉर्टन के लॉन्च होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। टीवीएस ने अप्रैल 2020 में 153 करोड़ रुपये में नॉर्टन का अधिग्रहण किया, जिससे नॉर्टन को एक नया जीवन मिला है।
जब से टीवीएस ने नॉर्टन का अधिग्रहण किया है, तब से ब्रिटिश ब्रांड की पूरी लाइनअप में बदलाव किया गया है, जिसमें अब V4CR, V4SV और हाल ही में लॉन्च हुई कमांडो 961 शामिल हैं। अब तक, इस संभावित बाइक के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन लोकप्रियता और मांग को देखते हुए भारत में मिड डिस्प्लेसमेंट मॉर्डन क्लासिक मोटरसाइकिलों के लिए, टीवीएस नॉर्टन ब्रांडिंग के साथ 400-500cc इंजन वाला प्रोडक्ट लॉन्च करने की संभावना है।
हार्ले डेविडसन और ट्रायम्फ जैसे अधिक प्रीमियम मोटरसाइकिल ब्रांडों द्वारा इस सेगमेंट की खोज के साथ, नॉर्टन अपनी ब्रिटिश विरासत के साथ भारत में बढ़ते उपभोक्ता आधार के लिए एक आकर्षक विकल्प साबित हो सकता है।
हालांकि, केवल ट्रेडमार्क एप्लिकेशन लॉन्च की गारंटी नहीं देता है, भारत और यूनाइटेड किंगडम की सरकारों के बीच व्यापार समझौते की चल रही बातचीत भविष्य में संभावित लॉन्च के लिए आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान कर सकती है।