महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में टीपू सुल्तान के नाम को लेकर जमकर विरोध हो रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने मलाड के एक स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रख दिया है, जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता उसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। आज उद्घाटन के मौके पर आंदोलन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया। स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के नामकरण को लेकर विश्व हिंदू परिषद, शिवसेना और बीजेपी के नेताओं ने भी आपत्ति जताई है।

बता दें कि मुंबई के मलाड में आज कांग्रेस नेता और मुंबई के संरक्षक मंत्री असलम शेख टीपू सुल्तान मैदान का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि , ” पिछले 70 सालों में टीपू सुल्तान के नाम पर कोई विवाद नहीं था। आज बीजेपी ने देश को बदनाम करने के लिए अपने गुंडों को भेजा है और परियोजनाओं के नामकरण पर हंगामा करके देश को विकसित नहीं होने देना चाहती। हमें नामकरण पर विवाद में पड़ने की जरूरत नहीं है।”

असलम शेख ने आगे कहा कि आजादी से पहले टीपू सुल्तान एकमात्र ऐसे योद्धा थे जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान गंवाई। आज का कार्यक्रम परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए है। भाजपा लोगों के विकास की बात करने के बजाय नाम पर ध्यान क्यों दे रही है?”

वहीं स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के नाम को लेकर महाराष्ट्र सरकार के घटक दलों के बीच भी एक राय नहीं है। स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखे जाने पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध किया है। मंगलवार को मुंबई में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। शिवसेना के लोकल नेताओं ने कहा कि अगर काम्प्लेक्स का नाम नहीं बदला तो हमारा विरोध जारी रहेगा।

स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के नामकरण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता श्री राज नायर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “यह निश्चित रूप से हमारे मुंबई की शांति को बर्बाद करने के इरादे से है और इससे बचा जा सकता था। हमारा महाराष्ट्र एक संत भूमि है और एक क्रूर बर्बर हिंदू विरोधी के नाम पर एक परियोजना का नामकरण निंदनीय है।”