जनसत्ता अखबार के स्तम्भ ‘दुनिया मेरे आगे’ में आज पढ़ें रश्मि वैभव गर्ग के विचार।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई में डॉ शौनक अजिंक्य, सलाहकार- मनोचिकित्सक ने बताया कि एक दिन की खामोशी का असर…
मौन का तात्पर्य महज चुप्पी नहीं होता, जैसा कि आमतौर पर लोग समझते हैं।
हिंसा और आक्रामकता को मौन स्वीकृति मिलने से संस्थागत ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।
सुधीर विद्यार्थी जनसत्ता 23 सितंबर, 2014: लखनऊ के निशातगंज कब्रिस्तान में अपनी मां और बहन सफिया के बीच सोए मजाज़…