
आज बाजार और अतिशय भौतिकता की भूख हमारी जरूरतों की कृत्रिम जीवन संस्कृति पैदा कर रही है। हमारा परिवेश धनी…
जिस समाज में शिक्षक शांति के संवाहक नहीं होंगे, उसे अशांति, अपराध, अज्ञान, अंधविश्वास, अन्याय और असमानता से पीड़ित होकर…
अक्सर कहा जाता है कि किसी भी काम को शुरू करने के लिए लिया गया पहला कदम सबसे कठिन और…
आजकल शिक्षण संस्थाएं खोलना एक सुरक्षित निवेश और दीर्घकालिक आय का स्रोत माना जाता है।
उद्यमिता आधारित एमबीए अथवा एमबीए में एक विषय के रूप में उद्यमिता को शामिल करना कुछ ही लोगों की जरूरतें…
संसाधनों की कमी की वजह से अगर न्यायाधिकरणों का कामकाज बाधित होता है, तो इसे केवल लापरवाही का मामला नहीं…
आबादी बढ़ने के साथ घटते संसाधन और बढ़ती बेरोजगारी देश में कई आसन्न समस्याओं को जन्म दे रही है।