
संघ प्रमुख ने उल्लेखनीय भाषण जुलाई में दिया, जिसमें भागवत ने स्पष्ट रूप से कहा था कि ‘एक आदमी सुपरमैन…
सीमा अग्रवाल अपने लेख में बता रही हैं कि भारत जैसे कृषि प्रधान और पर्यावरण के प्रति चिंतित देश के…
जब चर्चक, एंकर जलेबी और लड्डुओं की चर्चा से ऊब जाते, तो नतीजा पूर्व सर्वेक्षण वालों से पूछते कि आपने…
देश को जरूरत है एक ऐसे विपक्ष की, जो आने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को टक्कर दे…
कई एंकर अक्सर पूछते रहते हैं कि हर चुनावी मौसम के आसपास बाबा राम रहीम को ‘पैरोल’ कैसे मिल जाता…
गंदगी और गरीबी का कोई रिश्ता नहीं है। मैंने पहले भी यहां लिखा है और बार-बार लिखूंगी कि श्रीलंका हमसे…
मिथक के इस पक्ष को ध्यानपूर्वक ‘डीकोड’ करने पर हमें इसमें अपने समय की क्रांति- चेतना की व्याख्या के लिए…
दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारत का घटता प्रभाव अपने पांव पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। मोदी साहब की विदेश नीति…
नब्बे के दशक में रामानंद सागर रामायण को साप्ताहिक धारावाहिक के रूप में लेकर आए। इसने ‘दूरदर्शन’ को ‘रामदर्शन’ का…
समर्पण सदैव अनाथ होता है। उसका परिणाम जरूर उनकी जय-जयकार करने वालों की जमात पैदा करता है। कुछ उनकी राह…
समकालीन राजनीति की विडंबना है कि हम साथ रहकर भी साथ नहीं रहते। जिस विचार का विरोध करते हैं, उसे…
धर्मनिरपेक्षता का भारतीय पक्ष समझने के लिए संस्कृति और पूजा पद्धति में अंतर रेखांकित करना आवश्यक है। हालांकि दोनों पर…