Jansatta Dunia Mere Aage, jansatta Epaper
दुनिया मेरे आगे: टेंशन फ्री लाइफ के लिए क्यों जरूरी है गति और ठहराव का संतुलन, जीवन में बनाए रखें उत्साह

भूतकाल के कष्ट और भविष्य के सपने और सवाल मन को बेचैन बनाए रहते हैं। जबकि वर्तमान, जो हमारा वास्तविक…

Nature destinations in India during monsoon
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मानसून खत्म होने से पहले Explore करें ये 9 खूबसूरत डेस्टिनेशंस, प्रकृति की गोद में पाएं शांति का अनुभव

Best places to explore before monsoon ends: अगर आप भी इस मानसून में किसी खूबसूरत जगह पर घूमने का प्लान…

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दुनिया मेरे आगे: मन की दुनिया का जादू, सोचा कुछ, बना कुछ और हो गया कुछ और

कल्पना हमेशा निराकार ही होती है, पर मनुष्य अपनी कल्पनाओं को साकार स्वरूप देना जीवन का लक्ष्य समझता है। जीव…

IE Thinc: CITIES series, City Planning
IE Thinc: CITIES series- पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई कानून, जानें क्यों नहीं हो पा रहा अमल

इंडियन एक्सप्रेस द्वारा ओमिडयार नेटवर्क इंडिया (Omidyar Network India) के साथ प्रस्तुत और एसोसिएट एडिटर उदित मिश्रा द्वारा संचालित IE…

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दुनिया मेरे आगे: स्वर का संसार और ध्वनि का विकास, प्रकृति की मधुरता से यांत्रिक शोर तक का सफर

अशोक कुमार बता रहे हैं कि जो ध्वनि हमारे कानों को मधुर और मीठा लगे, उसे संगीत माना गया है,…

Blog: प्रकृति की अनदेखी और विकास की अंधी दौड़, संवेदनहीनता से उपजे विनाशकारी परिणामों का खामियाजा है कुदरत का कोप

ऋतुपर्ण दवे का मानना है कि मानव सभ्यता या विकास के नित नए सोपान चढ़ते हुए हम कैसे भूलते चले…

Borrow| Life| tension
दुनिया मेरे आगे: सकारात्मकता की ऊर्जा, बेमानी है हर चीज हमारे मुताबिक होने की उम्मीद, खुद को सजा है बेवजह तनाव

भय और असुरक्षा की भावना हर किसी में होती है। कभी हमें नए लोगों से, कभी नई स्थिति से, कभी…

Dunia mere aage, jansatta Epaper, Social Media
दुनिया मेरे आगे: संवेदना के सूखते स्रोत, दूसरों से बेपरवाह हर कोई अपनी दुनिया में डूबा है, सब है पर समय नहीं

आत्मकेंद्रित होते व्यक्ति के पास दूसरे के लिए समय का अभाव है। किसी का दुख-दर्द सुनने की फुर्सत भला किसे…

nature
Blog: कुदरत पर कहर बनता मानव निर्माण, जीवित प्राणियों के बराबर हो चुका है निर्मित वस्तुओं का वजन

कंक्रीट और कोलतार की सड़कें, फुटपाथ, कांच, धातु और कंक्रीट की गगनचुंबी इमारतों से लेकर प्लास्टिक की बोतलों, कपड़ों, कंप्यूटरों…

Glacier picture 15 years ago and after
शख्स ने 15 साल पहले और बाद में ग्लेशियर के सामने खिंचवाई तस्वीर, देखिए कितना बदल गया क्लाइमेट, 3.9 मीलियन ने देखा

Man Pictures Taken 15 Years Apart In Front Of Glacier: शख्स ने स्विट्जरलैंड ग्लेशियर के सामने 15 साल पहले अपनी…

Dunia mere aage, Family relation
दुनिया मेरे आगे: रिश्तों के धागे में बंधन, गांठ पड़ने से पहले खोल देना जरूरी, संवेदनाओं को सहेजना बढ़ाता है अपनापन

विकास की इस दौड़ में हमने बहुत कुछ हासिल तो कर लिया, लेकिन बहुत कुछ पीछे भी छूट गया। जो…

Dunia mere aage, Human Nature, Thinking
दुनिया मेरे आगे: अहं की दीवारें, जहां ‘मैं’ का प्रभाव ज्यादा होता है, वहां घट जाती है व्यक्ति की श्रेष्ठता

अहंकारी व्यक्ति सदैव श्रेष्ठता के मद में रहता है, दूसरे उसे तुच्छ और हीन ही दिखाई देते हैं। उसे लगता…

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