मनुष्य का स्वभाव विचित्र है। वह प्रसन्नता के कारकों पर मंथन नहीं करता। वह उन बातों को ज्यादा सोचता है,…
हम लाख चाहें फिर भी इस बात को नहीं जान सकते कि हमारे आने वाले कल में क्या होगा। तो…
जीवन बहुत ही मायावी है, किसी रोमांचकारी खेल की तरह। कभी कोई जीतता है, तो कभी कोई हारता है। अगर…
एक सही आधार से जीवन को किसी सार्थकता से जीने के लिए पहले स्वयं को ही जानना आवश्यक होता है।…
ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों की तबीयत खराब होने और सही समय पर इलाज की कमी के कारण कुछ…
आज का मनुष्य ‘सैद्धांतिक आसमान’ यानी ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ से गिरकर ‘खजूर पर’ यानी ‘मानव केंद्रित’ भी नहीं रह सका, बल्कि…
निर्मल स्वच्छ जलधारा लहराती बलखाती कल-कल नाद के साथ निर्बाध गति से आगे बढ़ती रहती है। उसके बहाव के साथ…
वर्तमान भागमभाग और तनाव के समय में हर कोई सुकून चाहता है।
किसी व्यक्ति को कौन-सी चीज खुशी प्रदान करेगी, यह उस व्यक्ति की प्रकृति, मनोवृत्ति, इच्छा और परिस्थितियों पर निर्भर करता…
सफर बहुत खुशनुमा था। रास्ते में किसी तरह का व्यवधान नहीं पड़ा।
श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े द्वारा निकाली जाने वाली प्राचीन छड़ी यात्रा उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के गांवों को…
सृष्टि का सारा वजूद चलने की प्रक्रिया के कारण कायम है। प्रकृति का संतुलन सौरमंडल की चाल पर निर्भर है।…