
सत्यजित जब मात्र तीन वर्ष के थे तो उनके पिता का निधन हो गया। तब मां ने काफी संघर्ष और…
1907 में कर्वे ने पूना के नजदीक हिंग्न्या गांव की एक झोपड़ी में बालिकाओं के लिए पाठशाला शुरू की। अपनी…
24 सितंबर 1873 को दलितों और निर्बल वर्ग को न्याय दिलाने के लिए ज्योतिबा ने ‘सत्यशोधक समाज’ स्थापित किया। उनकी…
प्रारंभ में माखनलाल जी की रचनाएं भक्ति और आस्था से जुड़ी थीं पर राष्ट्रीय आंदोलन में शिरकत के बाद उनकी…
डॉ. मजूमदार महिला विकास अध्ययन संस्थान, नई दिल्ली की सह संस्थापक थीं और यहां उन्होंने 1980 से 1991 तक संस्थापक…
रॉय का स्मरण भारत ही नहीं बल्कि विश्व में साम्यवाद के उभार के शुरुआती दिनों से जुड़ा है। लिहाजा उन्हें…
स्वामी जी को लग गया कि शायद उनका डरकर भागना कारगर नहीं होने वाला। पर इस मुश्किल घड़ी में वे…
साहिर जब कॉलेज में पढ़ते थे तो उन्हें अमृता प्रीतम से प्रेम हो गया था। यह प्रेम विफल रहा। यह…
पंडित नरेंद्र शर्मा छायावादोत्तर दौर के ऐसे गीतकार हैं, जिनके गीतों में रागात्मक संवेदना तो है ही, वह पुट भी…
मीरा की एक दूर की संबंधी शेलोमो अल्फासा उनके बारे में बताती हैं कि 26 वर्ष की उम्र में मीरा…
महिला विमर्श और संघर्ष की दुनिया में आज रमाबाई का नाम एक अलख की तरह है। बाबा साहेब की ही…
उनका फौजी कार्यकाल दूसरे विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुआ और वे मलाया के पास के रण में भेजे गए…