जनसत्ता अखबार के स्तम्भ ‘दुनिया मेरे आगे’ में आज पढ़ें रेखा शाह आरबी के विचार
समय से पहले अपने लक्ष्यों को प्राप्त करके भारत ने खुद को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में एक जिम्मेदार…
सवाल है कि गंभीर मसलों पर अगर ट्रंप बेहिचक निराधार दावा कर रहे हैं, तो इसकी क्या वजह है। जबकि…
सवाल है कि बारह हजार से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा के बावजूद यात्रियों के लिए आसानी से टिकट…
बिहार में इस समय सबसे बड़ा सवाल यही है कि नीतीश कुमार का हश्र एकनाथ शिंदे की तरह तो नहीं…
अध्ययन में पाया गया कि छोटे द्वीपीय और समुद्र पर निर्भर देश जैसे सोलोमन द्वीप, समोआ, पनामा और इंडोनेशिया को…
अपराध के आंकड़ों में पारदर्शिता से अधिक प्रभावी निगरानी और तेज कार्रवाई संभव हो पाती है। भारत, नेपाल और श्रीलंका…
जब तक लाइसेंस की स्थिति स्पष्ट नहीं होती, कोई भी व्यापारी जोखिम नहीं लेना चाहता। दिल्ली सरकार को चाहिए था…
करीब इकतीस करोड़ से अधिक नागरिक गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। इनमें भी करीब साढ़े…
केंद्र सरकार नकली दवाओं और खतरनाक सौंदर्य प्रसाधनों पर सख्ती लाने जा रही है। नए कानून से गुणवत्ता और सुरक्षा…
जनसत्ता अखबार के स्तम्भ ‘दुनिया मेरे आगे’ में आज पढ़ें नीलम सिंह के विचार
सोशल मीडिया रील्स का उदय युवाओं के सोचने, व्यवहार करने और प्रसिद्धि पाने के तरीके को बदल रहा है। पढ़ें…