
हिमाचल के बिलासपुर हादसे ने पहाड़ी विकास मॉडल पर सवाल उठाए हैं। अनियंत्रित निर्माण, पेड़ों की कटाई और बारिश ने…
उत्तराखंड में पिछले दस वर्षों में हिमनद झीलों की संख्या 19.2 फीसद तक बढ़ी है। इससे साफ है कि खतरा…
1 जुलाई 2025 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सात स्थानों—गोहर, करसोग, थुनाग और धर्मपुर में बादल फटने की…
बादल फटने की घटनाओं के मामले में देश के दो राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सबसे अधिक संवेदनशील माने जाते…
वनों की कटाई, सड़कों का निर्माण और शहरीकरण जैसी मानवीय गतिविधियां प्राकृतिक परिदृश्य और ढलान स्थिरता को बदल देती हैं,…
उत्तराखंड के जंगलों में हर साल लगने वाली आग की आंच ने भी हिमखंडों को कमजोर किया है। आंच और…
सिक्किम में मची तबाही का कारण उत्तरी क्षेत्र में लगभग पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित दक्षिण ल्होनक झील…
भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं। वहीं अगर यह मंदिर बर्फीली पहाड़ियों…
पर्यावरणीय बदलाव के कारण हर साल ये हिमनद कई मीटर तक पीछे खिसक रहे हैं।
भारत में पाया जाने वाला सफेद गालों वाला डांसिंग फ्राग (मेंढक), अंडमान स्मूथहाउंड शार्क और येलो हिमालयन फ्रिटिलरी (एक प्रकार…
हिमालयी क्षेत्र में स्थित सतलुज नदी घाटी में हिमखंडों के पिघलने से ऐसी झीलों की संख्या बढ़ रही है, जो…
देश के 1.3 फीसद वन हिमालय में हैं। हिमालय घना व असीमित जैव विविधता वाला क्षेत्र है।