
पूर्वोत्तर क्षेत्र में ऐसे राज्य अब भी हैं, जो बीते चौहत्तर सालों से भारतीय रेल के आवाजाही का इंतजार कर…
1951-52 में जब पंचवर्षीय योजना को हरी झंडी दी गई थी, तब विनोबा भावे ने कहा था कि सरकार की…
छात्रों को जिस मुद्दे को लेकर संशय है उसे सामने बैठ कर विचार-विमर्श के जरिए ही सुलझाया जा सकता है।…
अगर वाकई यूपी में सब है, तो क्या इसको दिखाने की जरूरत है, महिमामंडन करने की आवश्यकता है। यह तो…
तालिबानी सरकार को मान्यता देने और सैनिक सुविधाएं देने में भी पाकिस्तान ने बहुत जल्दबाजी की थी। दोस्ती करने के…
वर्षों से चली आ रही एक साथ चुनाव की मांग को फिलहाल लागू करने में कठिनाई सबसे बड़ी यही है…
वर्तमान में देश में चुनावों का स्वरूप बदल गया है। किसी भी स्तर के चुनाव हों, वे अत्यधिक खचीर्ले हो…
दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना महामारी से मानव क्षरण कम हुए है, उसकी वजह भारतीयों…
आम लोगों के समक्ष जितना जल्द 3-जी और 4-जी आ गया, उसके बाद 5-जी की उम्मीद भरी निगाहें लोगों को…
धर्म संसद का आयोजन लोगों में धर्म के नैतिक मूल्यों, सर्व धर्म समभाव के भावों को जगाने के लिए होना…
जिस देश में बेटियों को देवियों के समरूप समझा जाता हो, वहां कदम-कदम पर उनका उत्पीड़न, उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार,…
कोरोना के प्रति गांवों के निवासियों को जागरूक करने के लिए सरकार, प्रशासन और युवाओं को गंभीरता दिखानी चाहिए।