Anti National शब्द हमें साफ तौर पर यह बताता है कि इसका प्रयोग देश विरोधी गतिविधियां करने वाले के लिए कहा जाता है। साल 2014 में केंद्र की सरकार में मोदी सरकार के आने के बाद से विपक्षी दलों द्वारा इस शब्द का प्रयोग तंज के तौर पर किया जाने लगा। विपक्षी दलों का कहना है कि जो भी व्यक्ति मोदी सरकार के खिलाफ काम करता है, उसे एंटी नेशनल करार दे दिया जाता है। कांग्रेस सहित अन्य दल दावा करते हैं कि देश में देश में राष्ट्रद्रोह से संबंधित कानून का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। देश की राजधानी नई दिल्ली में स्थित जेएनयू में शिक्षा के मॉडल पर सवाल उठाते हुए बहुत सारे लोगों ने इस एंटी नेशनल गतिविधियों का अड्डा बताया। जेएनयू के पढ़ाई कर चुके कन्हैया कुमार, शहला राशिद से कई छात्र नेताओं पर आज उनके विरोधी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं।Read More