वरिष्‍ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय के वाइस चांसलर के शामिल होने को लेकर किए गए ट्वीट पर माफी मांगी है। उन्‍होंने रविवार(5 मार्च) की रात को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्‍होंने लिखा, ”मोदी के रोड शो में बीएचयू के वीसी की तस्‍वीरें वास्‍तव में गलत निकली। उनसे माफी मांग रहा हूं और ट्वीट वापस ले रहा हूं।” उन्होंने ट्वीट किया था कि बीएचयू के वीसी प्रो.गिरीशचंद्र त्रिपाठी ने पीएम मोदी के रोड शो में शिरकत की थी।

उन्‍होंने ट्वीट में लिखा था, ”हैरानी: बीएचयू के वीसी त्रिपाठी प्रधानमंत्री के राजनीतिक रोड शो में शामिल हुए। ये कहां आ गए गम।” इसके बाद कुलपति ने धमकी दी थी कि राजदीप सरदेसाई गलत जानकारी देने के लिए माफी मांगे नहीं तो वे अदालती कार्रवाई करेंगे। सरदेसाई ने तीन मार्च को एक अन्‍य ट्वीट के जरिए अरनब गोस्‍वामी पर निशाना साधा था और इसमें भी बीएचयू के कुलपति का जिक्र था। उन्‍होंने लिखा था, ”केवल भारत में ही ऐसा हो सकता है कि एक एनडीए सांसद की ओर से फंड किया हुआ चैनल खुद को स्‍वतंत्र कहता है या एक वीसी चुनावी रोड शो में शामिल होते हैं और यूनिवर्सिटी स्‍वायत्‍त संस्‍था कहलाती है।”

इस मामले में इंडिया टुडे के ही एक अन्‍य पत्रकार राहुल कंवल ने भी राजदीप सरदेसाई से माफी मांगने को कहा था। उन्‍होंने ट्वीट कर लिखा था, ”बीएचयू के वीसी गिरीश त्रिपाठी ने कड़ाई से इस बात से इनकार किया कि वे प्रधानमंत्री के रोड शो में शामिल हुए थ। उन्‍होंने कहा कि सबूत दीजिए या माफी मांगिए। केस करूंगा।”

इससे पहले भाजपा समर्थकों के गुस्से का शिकार बनने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ट्विटर पर ये कहकर आलोचकों से घिर गए थे कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है। सरदेसाई ने अपनी वेबसाइट पर यूपी चुनाव पर लिखे एक लेख का लिंक ट्विटर पर शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि यूपी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा हो सकती है। लेकिन ट्विटरबाजों को उनकी राय नागवार लगी। यूपी विधान सभा चुनाव के दो चरणों का मतदान अभी बाकी है। चार मार्च और आठ मार्च को छठे और सातवें चरण के मतदान के बाद 11 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे।