प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने हमले को तेज करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को नोटबंदी को ‘मोदी की बनाई आपदा’ करार दिया और आरोप लगाया कि उन्होंने एक प्रतिशत धनवान लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए देश की अर्थव्यवस्था पर हमला किया है। राहुल ने उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री ने इस देश की गरीब जनता पर हमला किया है। आमतौर पर प्रधानमंत्री देश के लिए काम करते हैं। वे अर्थव्यवस्था के लिए काम करते हैं लेकिन नरेंद्र मोदी ने हमारी अर्थव्यवस्था पर हमला किया है।’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नोटबंदी के फैसले के बाद जनता को आ रहीं कठिनाइयों के लिए प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘जैसे मानव जनित आपदा कहा जाता है, उसी तरह नोटबंदी मोदी जनित आपदा है।’ उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के फैसले के बाद 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
राहुल ने कहा, ‘फिदेल कास्त्रो को संसद में याद किया गया और हम उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट मौन खड़े हुए, लेकिन भाजपा के नेताओं के पासे इन सैकड़ों लोगों के लिए दो मिनट का समय नहीं है। उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है। नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं। पिछले ढाई साल से नरेंद्र मोदी सरकार गरीबों पर हमला कर रही है।’ मोदी सरकार पर भारत को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि एक तरफ एक प्रतिशत अति धनवान लोग हैं जिनके पास निजी विमान हैं, चमचमाती गाड़ियां हैं और बड़े उद्योग हैं, वहीं दूसरी तरफ 99 प्रतिशत ईमानदार लोग हैं जिनमें किसान, मजदूर, छोटे कारोबारी और मध्यम वर्ग है जो देश के लिए और अपनी जिंदगी के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘पिछले ढाई साल में एक प्रतिशत अति धनवान लोगों ने भारत की 70 प्रतिशत संपदा एकत्रित कर ली है और अगर आप इस एक प्रतिशत में गहराई से देखेंगे तो केवल 50 परिवार ही भारत की बड़ी संपदा के हकदार हैं। आप इन लोगों के नाम जानते हैं। ये लोग वो हैं जो नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करते हैं। कांग्रेस भारत से भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है और भाजपा सरकार अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े या छोटे जैसे भी कदम उठाएगी, हम पूरा समर्थन करेंगे।’
राहुल ने कहा कि नोटबंदी अमीरों के खिलाफ नहीं बल्कि गरीबों, मध्यम वर्ग, किसानों, मदजूरों और छोटे कारोबारियों के खिलाफ है। उन्होंने कहा, ‘सारा कालाधन नकदी नहीं है और सारा नकद कालाधन नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार छह प्रतिशत कालाधन नकदी में है, 94 प्रतिशत रीयल इस्टेट में है, बड़ी इमारतों में है और विदेशी बैंक खातों में है। राहुल ने कहा कि स्विस सरकार ने भारत सरकार को स्विस बैंक खाताधारकों के नामों की सूची दी है और कांग्रेस पिछले ढाई साल से ‘इन चोरों’ के नाम संसद में पेश करने को कह रही है। उन्होंने कहा, ‘इसे पेश क्यों नहीं किया जा रहा? मोदी उन्हें क्यों बचा रहे हैं? ललित मोदी और विजय माल्या लंदन में क्यों बैठे हैं? वे भारत में क्यों नहीं हैं? आप उन्हें वापस क्यों नहीं लाये?’

