नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय के दो फ्लोर बाहरी लोगों के लिए सील कर दिए गए हैं। इन दोनों फ्लोरों की निगरानी का जिम्मा आईबी को दिया गया है। इन फ्लोर पर केवल वित्तमंत्रालय में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रवेश की मंजूरी है। संभावना जताई जा रही है कि ऐसा इसलिए किया गया है कि क्योंकि वहां पर केंद्रीय बजट 2017-18 की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मीडियाकर्मियों और पीआर के लोगों को भी प्रवेश से रोका गया है। टैक्स रिसर्च यूनिट की सुरक्षा के लिए नॉर्थ ब्लॉक में ग्रील डोर बनाए गए हैं। इससे अनाधिकृत लोगों के वहां पर प्रवेश से रोका जा सकेगा।

सुरक्षा होती है चाक-चौबंद: आमतौर पर बजट की तैयारी में लगी नार्थ ब्लॉक के संबंधित हिस्से में जनवरी के शुरू से ही पत्रकारों एवं आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया जाता है। इसके साथ ही नॉर्थ ब्लॉक में आने वाली और यहां से बाहर जाने वाली हर चीज को विशेष एक्स-रे स्कैन से गुजार कर उस पर पैनी नजर रखी जाता है। साथ ही शक्तिशाली मोबाइल फोन जैमर यंत्र लगा दिए जाते हैं, ताकि मोबाइल फोन कॉल से किसी सूचना को बाहर न किया जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों और प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के कार्यालयों में इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिए जाते हैं और नॉर्थ ब्लॉक की बजट शाखा एक वार-रूम की तरह काम करने लगती है। लोकसभा में बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक में सुरक्षा के उच्चतम स्तर के उपाय लागू रहते हैं। इस क्षेत्र की सुरक्षा में खुफिया कार्यालय (आईबी), दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ सभी शामिल रहते हैं।

‘नीला जैकेट’ करता है बजट दस्तावेज़ों की हिफ़ाज़त:  इन सभी दस्तावेजों की सुरक्षा एक ‘नीला जैकेट’ करता है। इसे नीला जैकेट इसलिए भी कहते हैं, क्योंकि इसमें बजट के लिए महत्वपूर्ण संख्या होते हैं। मंत्रालय का संयुक्त सचिव (बजट) इसका प्रभारी होता है और वह किसी को भी यहां तक कि वित्त मंत्री को भी इसे नॉर्थ ब्लॉक से बाहर ले जाने नहीं देता। बजट बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान मंत्रालय के कुछ ही अधिकारी इस दस्तावेज को देख पाते हैं। वित्त मंत्री का भाषण, बजट पेश होने से कुछ घंटे पहले ही तैयार किया जाता है।

1950 में लीक हो गया था बजट:  वर्ष 1947 (जब 26 नवंबर, 1947 को पहला बजट पेश किया गया था) से लेकर 1950 तक बजट दस्तावेज की छपाई राष्ट्रपति भवन में हुआ करती थी, लेकिन 1950 में बजट लीक होने के बाद छपाई का स्थान बदलकर मिंटो रोड स्थित एक सरकार प्रेस कर दिया गया। हालांकि, 1980 से नॉर्थ ब्लॉक का बेसमेंट छपाई के लिए एक स्थायी जगह बन गया है। यह बजट प्रेस पूर्ण वातानुकूलित है और आधुनिक प्रिंटिंग मशीनों से लैस है। हलवा समारोह के बाद 100 कर्मचारियों को नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ले जाया जाता है, जहां दो प्रिंटिंग प्रेस हैं। वहां उन्हें संपूर्ण प्रक्रिया पूरी होने तक रखा जाता है और कोई भी बाहरी व्यक्ति उनसे संपर्क नहीं कर सकता। ये लोग छपाई, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद के काम में शामिल होते हैं।

पिछले साल शुरू हुआ था यू-ट्यूब चैनल:  2016-17 का आम बजट लोकसभा में 29 फरवरी को पेश किया गया था। इस बीच यद्यपि बजट की तैयारियों में नॉर्थ ब्लाक (वित्त मंत्रालय) में परंपरागत गोपनीयता बरती जाती है, पर ऐसा पहली बार हुआ जब वित्त मंत्रालय में सचिवों ने आम बजट 2016-17 की दिशा का संकेत देने के लिए यू-ट्यूब का सहारा लिया गया। अपने खुद के यू-ट्यूब चैनल का उपयोग करते हुए मंत्रालय ने बजट का महत्व दर्शाया था। मंत्रालय ने बजट को प्रस्तुत करने के लिए वित्त मंत्री द्वारा बजट पत्रों को चमड़े के एक ब्रीफकेस में ले जाने की परिपाटी को भी प्रदर्शित किया था।