पाकिस्तान के विदेश सचिव की प्रेस कांफ्रेंस से एक भारतीय न्यूज चैनल की पत्रकार ने बाहर निकाले जाने का दावा किया है। अंग्रेजी न्यूज चैनल एनडीटीवी की पत्रकार नम्रता बरार का दावा है कि उन्हें पाक विदेश सचिव अजीज अहमद चौधरी की रूजवेल्ट होटल में होने वाली प्रेस कांफ्रेंस से बाहर चले जाने को कहा गया। कथित तौर पर उनसे कहा गया, ”इस इंडियन को निकालो।” इस पत्रकार वार्ता के दौरान भारत के किसी की भी मीडियाकर्मी को शामिल नहीं होने दिया गया। नम्रता ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ”संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया ‘इंडियन को निकालो।’ कोई आश्चर्य नहीं, हम भी संभवतया ऐसा ही करेंगे।”
इससे पहले पाकिस्तान उरी हमलों को लेकर सवालों से बचता दिखा। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने आए शरीफ से उरी हमले पर सवाल पूछना चाहा। लेकिन पहले तो वे अनुसना और अनदेखा करते नजर आए। बाद में उन्होंने हाथ उठाकर इनकार कर दिया। उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने बाद में पत्रकार को रोक दिया। इसी सिलसिले में पाकिस्तानी पीएम शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने भी कोई सवाल सुनने से इनकार कर दिया। वे अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे और उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। हालांकि पाकिस्तान ने अमेरिका और ब्रिटेन के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाया और दखल देने की मांग की। शरीफ ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी और ब्रिटेन की पीएम थेरेसा मे से अलग-अलग मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने को कहा। साथ ही भारत पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया।
उरी हमले पर सवालों से भागे नवाज शरीफ और सरताज अजीज, पर अमेरिका के सामने उठाया कश्मीर का मुद्दा
Told "Indian ko nikalo" at #Pakistan press con #UNGA #UriAttacks. Not surprised, we would probably do the same…
— Namrata Brar (@namratabrar) September 20, 2016
पाकिस्तान ने LoC पर बढ़ाई तैनाती, सेना ने दी मोदी सरकार को तत्काल सैन्य कार्रवाई नहीं करने की सलाह
उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर अलग-थलग करने की योजना बनाई है। बताया जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मुद्दे को उठाएंगी। उरी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि भारत सरकार हमले के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाएगी। इसमें सरकार अमेरिका समेत अन्य देशों की भी मदद ली जाएगी। इसके बाद पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाएगा। वहीं पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे को उछालने के जवाब में बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया जाएगा।
[jwplayer MWEzMr7O]