Bharat Bandh Today, 08th January 2019: केंद्र सरकार के खिलाफ आज से वामपंथी संगठनों से जुड़ी दस ट्रेड यूनियनें  देशव्यापी हड़ताल पर है। इस बीच कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में बंद समर्थकों द्वारा बच्चों से भरी स्कूल बस पर हमला करने की खबर आ रही है। इसके अलावा हड़ताल के दौरान कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर रास्ते जाम किए और ट्रेनें भी रोकीं। हड़ताल के मद्देनजर ट्रेड यूनियनों की मांगों में वेतन व‍ृद्धि, रोजगार, पदोन्‍नति के साथ-साथ न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में बढ़ोतरी समेत कई अन्‍य मांगें भी शामिल हैं।

बता दें कि बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के मुख्य प्रशासनिक केंद्र बारासात में मंगलवार सुबह बंद समर्थकों ने बच्चों से भरी स्कूल बस पर हमला कर दिया है। बताया जा रहा है कि सुबह एक अंग्रेजी मीडियम की स्कूल बस में सवार होकर बच्चे स्कूल जा रहे थे। तभी बारासात में सड़क जाम करने की कोशिशों में जुटे माकपा कार्यकर्ताओं ने स्कूल बस को रोक दिया। चालक के मना करने के बाद भी उग्र हड़तालियों पर बस में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा है। तोड़फोड़ की घटना से बस सवार बच्चे डर गए और उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्कूल बस को हड़तालियों के चंगुल से छुड़ाया। हमला करने के आरोप में कई माकपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे लाइन को जाम कर दिया वहीं ओडिशा में लोगो ने सड़क पर उतरकर टायर जलाए। ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार इस हड़ताल में किसान और बैंक कर्मी भी शामिल हैं। ये लोग ट्रेड यूनियन कानून 1926 में संशोधन का विरोध कर रहे हैं।

बता दें कि सरकार के खिलाफ दस ट्रेड यूनियनों आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, एआईसीसीटीयू, यूटीयूसी, टीयूसीसी, एलपीएफ और सेवा ने संयुक्त रूप से हड़ताल की घोषणा की है। संगठनों का आरोप है कि मोदी सरकार ने श्रमिक कल्याण के खिलाफ दमनकारी नीतियां अपनाईं। यूनियनों के अनुसार दूरसंचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, कोयला, इस्पात, बिजली, बैंकिंग, बीमा और परिवहन क्षेत्र के लोगों के इस हड़ताल में शामिल होने की उम्मीद है।

गौरतलब है कि इस हड़ताल का असर मंगलवार सुबह से ही देश के कई राज्यों में देखने को मिला है। मुंबई में जहां बेस्ट बसों के पहिए थम गए हैं तो वहीं दूसरे राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर रास्ते जाम किए और ट्रेनें भी रोकीं।