मुख्यमंत्री के संबोधन शुरू होते ही 70 वर्षीय रामभाऊ पेरकर, 62 वर्षीय अशोकसिंह शेवगन और 59 वर्षीय शिवाजी गायकवाड़ जैसे कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने हैदराबाद राजपत्र से संबंधित सरकारी आदेश को वापस लेने की मांग की, जो ओबीसी कोटे के तहत मराठों को आरक्षण प्रदान करता है।