महाराष्ट्र की राजनीति में इस ऐसा खेल चल रहा है, जो किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं लगता. यहां विधानसभा चुनावों में खून की होली खेलने वाले दलों के नेता आज निकाय चुनावों में एक दूसरे के गले मिल रहे हैं. शिवसेना के दो खेमे जो 2022 के बंटवारे के बाद एक-दूसरे को ‘गद्दार’ और ‘ठग’ कहते थे, अब कुछ जगहों पर साथ लड़ रहे हैं. कांग्रेस जो कभी ‘शत्रु’ थी, अब शिंदे सेना की सहयोगी बन गई है. और सबसे बड़ा धमाका तो शरद पवार की एनसीपी (एसपी) और भतीजे अजित पवार की एनसीपी ने किया है. चाचा-भतीजे की जिस लड़ाई ने एक वक्त महाराष्ट्र की सियासत को हिला दिया था, अब वही कुछ सीटों पर साथ मिलकर लड़ते दिख रहे हैं.
