अगर आप 1 साल से ज्यादा समय से बैंक खाते में कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं तो इसे निष्क्रिय किया जा सकता है। ऐसे में ग्राहकों को समझ नहीं आता कि वे क्या करें और क्या नहीं। कई ग्राहकों को तो यह लगता है कि उनका खाता हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन ऐसा नहीं होता क्योंकि बैंक खाते को निष्क्रिय करता है न कि पूरी तरह से बंद।

वहीं अगर आप अपने खाते को 2 साल तक लगातार निष्कर्य ही रहने देते हैं यानी कोई ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं तो यह खाता डॉरमेंट या इनऑपरेटिव कैटिगरी में रख दिया जाता है। ऐसा ग्राहक की सुरक्षा के लिहाजा से किया जाता है। निष्क्रिय होने के बाद इसके जरिए किसी सर्विस बंद हो जाती हैं।

ICICI बैंक के खाताधारकों के लिए अहम सूचना! जेब पर सीधा असर

मसलन एटीएम कार्ड का रिन्यूअल नहीं हो पाता और एटीएम कार्ड के जरिए कैश निकासी बंद हो जाती है। इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी ट्रांजेक्शन बंद हो जाती है। जॉइन अकाउंट खाताधारक दूसरे सदस्य को एड और रिमूव नहीं कर सकते। इशके साथ ही सिग्नेचर और एड्रेस में भी बदलाव नहीं किया जा सकता है। अब सवाल यह है कि इस परेशानी से कैसे बचा जा सकता है?

इसका उपाय यही है कि आप अपने खाते के जरिए लगातार ट्रांजेक्शन समय-समय पर करते रहें। आप चाहे तो 2 या तीन महीने में इस खाते के जरिए लेन-देन कर सकते हैं। आप एटीएम के जरिये कैश जमा करना या निकालना, इंटरनेट बैंकिंग ट्रांजेक्शन एफडी का ब्याज सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर, चेक से पैसा जमा करना, कैश डिपॉजिट और चेक के जरिये ट्र्रांजेक्शन शामिल हैं।