1 जनवरी 2022 को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 10वीं किस्त जारी की गई थी। इसके बाद किसानों को अप्रैल में अगली किस्त मिलने का इंतजार था, क्योंकि इस योजना के तहत हर चार महीने पर किसानों के खाते में 2000 रुपये और सालाना 6000 रुपये भेजे जाते हैं। ऐसे में चार महीने बाद अप्रैल में किसानों की अगली किस्त आनी चाहिए थी, लेकिन अभी तक जारी नहीं की गई है।
वहीं किसानों को 11वीं किस्त का इंतजार बेसब्री से है। ऐसे में ई केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। PM Kisan eKYC कराने की अंतिम तारीख 31 मई है। हालाकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि 11वीं किस्त का पैसा बिना ई-केवाईसी कराने वाले किसानों के खाते में आएगा कि नहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट का मानना है कि ईकेवाईसी कराए बिना खाते में अगली किस्त नहीं आएगी।
किन वजहों से 11वीं किस्त आने में हो रही देरी
- PM KISAN eKYC को अनिवार्य किया गया है, जिसकी अंतिम तिथि 31 मई, 2022 है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि 31 मई के बाद किसानों के खाते में पैसे भेजे जा सकते हैं। केवाईसी पीएम किसान पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है और बायोमेट्रिक सत्यापन निकटतम सीएससी केंद्र पर किया जा सकता है।
- केवाईसी के बाद अपात्र लाभार्थियों को योजना के तहत प्राप्त धन को वापस कराया जा रहा है। पैसा पीएम किसान पोर्टल, pmkisan.gov.in के रिफंड वाले सेक्शन में जाकर ऑनलाइन वापस कराया जा सकता है।
- पीएम किसान योजना की जोत सीमा को भी बढ़ा दिया गया है, पहले केवल 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसान परिवार ही किस्त के लिए पात्र थे, लेकिन अब यह सीमा खत्म कर दी गई है। इस वजह से भी इसमें देरी हो सकती है।
- कई कागजी कार्रवाई में बदलावा किया जाना भी एक कारण हो सकता है।
- किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) को पीएम किसान योजना से जोड़ दिया गया है। कार्ड के इस्तेमाल से किसान 4 फीसदी सालाना ब्याज दर पर 3 लाख रुपये का कर्ज ले सकते हैं। किसान अब योजना के तहत प्राप्त धनराशि को खर्च करने के लिए कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
कब तक खाते में आ सकता है पैसा
पीएम किसान योजना के तहत अगली किस्त 15 मई तक आने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि पिछले साल भी अप्रैल-जुलाई वाली पीएम किसान योजना की किस्त 15 मई को भेजी गई थी, लेकिन ईकेवाईसी कराना अनिवार्य नहीं थी, लेकिन यह तभी संभव होगा जब 11वीं किस्त के लिए केवाईसी अनिवार्य न हो और बिना केवाईसी के 2000 रुपये खाते में भेजे जाएं।