दुनिया में Monkeypox के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बेल्जियम विश्‍व का ऐसा पहला देश बन चुका है, जिसने मंकीपॉक्‍स वायरस की वजह से 21 क्‍वारंटीन नियम भी लागू कर दिया है। वहीं मंकीपॉक्‍स के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए WHO लगातार चेतावनी भी जारी कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अभी तक दुनिया भर में 92 मंकीपॉक्स मामलों की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि 12 देशों में 28 और संदिग्‍ध मामलों की जानकारी हुई है।

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इस वायरस को लेकर लोगों में डर है, ऐसे में एक सवाल यह भी है कि क्‍या यह वायरस कोविड-19 की तुलना में ज्‍यादा खतरनाक है या फिर कम? जिसे लेकर विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है। एक्‍सपर्ट ने जहां इस वायरस को लेकर सतर्क भी किया है तो वहीं यह भी कहा कि यह कोव‍िड-19 वायरस की तुलना में कम गंभीर है। कोविड के अपेक्षा यह ड्रामेटिक तरीके से कम संक्रामक है। हालाकि लोगों को इसे लेकर लापरवाह नहीं हो जाना चाहिए। WHO के अनुसार, लोगों को इसके लक्षणों के बारे में जानना चाहिए।

मंकीपॉक्स COVID-19 से कम खतरनाक क्यों है?
न्यूशब के साथ एक इंटरब्‍यू में ओटागो विश्वविद्यालय के जैव रसायन प्रोफेसर कर्ट क्रूस ने कहा कि चेचक और चेचक जैसे दिखने वाली बीमारी मंकीपॉक्स, आमतौर पर छोटे प्रकोप में है और यह कोविड-19 से कम खतरनाक है, हालांकि इसकी मृत्यु दर अधिक है। क्रॉस ने कहा कि मंकीपॉक्स गंभीर हो सकता है, लेकिन यह एक से दूसरे व्‍यक्ति में आसानी से नहीं फैलता है।

हालाकि कुछ देशों जैसे पश्चिम अफ्रीकी में इसे लेकर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, लेकिन यह कोरोना वायरस से बहुत अलग है, जिस कारण इसका संक्रमण रेट भी कम है। विशेषज्ञ का कहना है कि वर्तमान COVID-19 की मृत्यु दर इससे लगभग एक तिहाई से आधा प्रतिशत है। वहीं ओमाइक्रोन की थोड़ा कम और डेल्टा लगभग बराबर है। क्रूस ने कहा कि दो वायरस के बीच बड़ा अंतर यह है कि मंकीपॉक्स COVID-19 की तुलना में कम संक्रामक है।

मंकीपॉक्स कैसे फैलता है और यह कैसे कोविड से अ‍लग
यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हैं, जिसे मंकीपॉक्‍स के घाव हैं या उस व्‍यक्ति के किसी चीज से संपर्क में हैं तो यह आपके अंदर भी आसानी से जा सकता है। जबकि कोविड-19 केवल व्‍यक्ति के त्‍वचा के संपर्क में आने से ही फैलता है।

मंकीपॉक्‍स होने पर क्‍या करें?
वहीं अगर किसी को मंकीपॉक्स हो जाता है, तो उन्हें अलग-थलग करने की आवश्यकता होगी और जबतक उस व्‍यक्ति के घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते, उसके संपर्क में नहीं आना चाहिए। संक्रमण से ठीक होने की अवधि 2-3 सप्ताह है। मंकीपॉक्स एक वायरस है जो बुखार, दर्द और एक विशिष्ट ऊबड़ दाने के साथ लक्षण पैदा कर सकता है।