पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसका आम आमदी की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है। पेट्रोल पंप पर कई ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसमें ग्राहकों को पूरा पेट्रोल नहीं दिया जाता यानी उनके साथ ठगी को अंजाम दिया जाता है। पेट्रोल पंपों पर तेल भरने में गड़बड़ी और धांधली के मामले सामने आते रहते हैं।
ऐसे में पेट्रोल पंप पर फ्यूल भरवाते वक्त ग्राहकों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर ग्राहक इन बातों का ख्याल रखेंगे तो वे ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं। इसके लिए ग्राहकों का अलर्ट रहना काफी जरूरी है।
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1. कई ग्राहक पेट्रोल भरवाने से पहले मीटर पर ध्यान ही नहीं देते जबकि यह सबसे ज्यादा जरूरी है। पेट्रोल भरवाने का बुनियादी नियम है कि आप सबसे पहले मशीन में लगे मीटर का जीरो चेक करें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपको चपत लग सकती है।
2. ग्राहक चाहें तो पेट्रोल की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। कई ऐसे भी मामले सामने आते हैं जिसमें पेट्रोल के साथ मिलावट कर उसे बेचा जाता है। अगर आपको पेट्रोल की शुद्धता की जांच करनी है तो आप पेट्रोल की कुछ बूंदें एक कागज पर लें और अगर यह शुद्ध है, तो वह कोई दाग छोड़े बिना ही उड़ जाएगा। अगर ऐसा नहीं होगा तो कागज पर दाग रह जाएंगे। कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के तहत सभी पेट्रोल पंप पर फिल्टर पेपर टेस्ट की सुविधा होना अनिवार्य है।
3. कई बार ग्राहक शार्ट फ्यूलिंग का शिकार हो जाते हैं। मसलन अगर कोई ग्राहक 2 हजार रुपये का पेट्रोल या डीजल डालने के लिए कहता है तो वहां मौजूद वर्कर 1500 रुपये का तेल डालने के बाद रुक जाता है। इसके बाद जब आप उससे कहते हैं कि आपने 1500 रुपये का तेल डालने के लिए कहा था तो वह फिर से वहीं से तेल डालना शुरू करता है जहां से उसने रोका था। ऐसे में ग्राहक को 500 रुपये की चपत लग जाती है। इसे ही शार्ट फ्यूलिंग कहा जाता है।