दिवाली और छठ के मौके पर रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ होने वाली है। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने कई कदम उठाए हैं। बता दें कि दिवाली और छठ के मौके पर पहले ही रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा कर दी थी। लेकिन अब यात्रियों की सुविधा के लिए और रेलवे स्टेशन पर भीड़ इकट्ठी न हो, इसके लिए भी रेलवे ने प्रमुख कदम उठाए हैं।
रेलवे ने गुरुवार शाम एक ट्वीट कर बताया, “रेलवे रेलगाड़ियों को सुचारू रूप से चलाने के विशेष प्रयासों के साथ रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है। जैसे कि सभी ट्रेनों को निर्धारित प्रस्थान से कम से कम 30 मिनट पहले मूल स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खड़ी कर देना।”
रेलवे द्वारा भीड़ नियंत्रित करने के लिए उठाए गए छह कदम
रेलवे ने निर्णय किया है कि संबंधित ट्रेन किस प्लेटफार्म नंबर पर खड़ी होगी, इसको पहले से ही डैशबोर्ड पर प्रदर्शित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि प्लेटफार्म नंबर भी नहीं बदले जाएंगे।
रेलवे ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यह तय किया है कि किसी भी प्लेटफार्म पर संबंधित विशेष ट्रेन 30 मिनट पहले ही खड़ी हो जाएगी, ताकि यात्रियों को ट्रेन पर चढ़ने में सहूलियत हो।
इसके साथ ही रेलवे ने घोषणा की है कि रेलवे स्टेशन पर पूछताछ के लिए और ट्रेनों के अनाउंसमेंट के लिए एक अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी को कोई असुविधा ना हो। साथ ही रेलवे स्टेशन पर डिस्प्ले बोर्ड पर भी जल्द से जल्द जानकारी अपडेट की जाएगी।
वहीं रेलवे ने अपने अस्पतालों और दवा की दुकानों को भी अच्छी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दे दिए हैं। ताकि अगर कोई अप्रिय घटना घटती है तो राहत कार्य और मेडिकल फैसिलिटी जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके।
एक विशेष व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है जिस पर एस्केलेटर और भीड़ की निगरानी की जाएगी। स्टेशन पर ट्रेनों का संचालन, इंजीनियरिंग, बिजली की व्यवस्था के साथ चिकित्सकों और आरपीएफ सुरक्षा कर्मियों को मिलाकर एक मिनी नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। नियंत्रण कक्ष में टेलीफोन, ट्रेन की जानकारी और पूरे स्टेशन की जानकारी के साथ सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद होगा। इसके साथ ही रेलवे ने दिवाली और छठ पूजा के मौके पर 179 विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा पहले ही कर दी थी।
वहीं भीड़भाड़ होने की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा और सहायता के लिए आरपीएफ, आरपीएसएफ, जीआरपी कर्मियों, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और स्काउट और गाइड को तैनात किया जाएगा। डॉक्टर और एम्बुलेंस भी सभी स्टेशनों पर तत्काल सूचना पर उपलब्ध होंगे।