Tax Saving Fixed Deposit: बैंकों या डाकघरों में फिक्सड डिपॉजिट स्कीम उन निवेशकों के लिए सबसे ज्यादा बेहतर विकल्प है जो कम रिस्क पर फायदा लेना चाहते हैं। हालांकि अब भारत में भी लोग भी निवेश के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी और शेयर मार्केट जैसे अनकन्वेंशियल तरीकों पर भी गौर कर रहे हैं। लेकिन वरिष्ठ नागरिक अब भी बैंक के ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट से ही संतुष्ट हैं, जो बिना किसी रिस्क के एक गारंटीकृत रिटर्न देने को तैयार रहते हैं। यही वजह है कि आज भी फिक्स डिपॉजिट दशकों से भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक बना हुआ है।

मान लो अगर आप टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करते हैं तो इनकम टैक्स विभाग से उसे अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलेगी। इन्वेस्टर के इनकम टैक्स ब्रैकेट के अनुसार, सावधि जमा से अर्जित ब्याज केवल स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) को आकर्षित करेगा।

जानिए क्या है टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट?
टैक्स सेविंग फिक्स डिपॉजिट उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा यह उन लोगों के लिए सबसे पॉपुलर इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस में से एक है जो बिना किसी रिस्क के एसेट्स बनाने में इन्वेस्ट करना चाह रहे हों और इससे वो अपने इनकम टैक्स डिटक्शन का फायदा भी उठाना चाह रहे हों। देश के सभी बैंक आपको टैक्स सेविंग के लिए FD की पेशकश करते हैं और एक निश्चित ब्याज के साथ वो आपको बचत के फॉर्मूले की जानकारी देते हैं, वहीं इस इन्वेस्टमेंट से उपभोक्ता को इनकम टैक्स में बचत करने का मौका मिलता है। इस तरह से निवेशक बहुत कम रिस्क में डबल फायदा कमाते हैं।

सीनियर सिटिजंस के लिए बेहतरीन सेविंग ऑप्शन
टैक्स सेविंग एफडी सीनियर सिटिजंस के लिए सबसे बेहतरीन सेविंग ऑप्शंस में से एक माना जाता है। इसके लिए सीनियर सिटिजंस को उच्च ब्याज दरों की पेशकश की जाती है। टैक्स सेविंग FD में निवेश करते समय, एक सामान्य निवेशक फॉर्म 15G जमा करवा सकता है जबकि वरिष्ठ नागरिक इस कटौती से बचने के लिए फॉर्म 15H जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिक धारा 80TTB के तहत मिले ब्याज पर 50,000 रुपये तक की कटौती का भी दावा कर सकते हैं। यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जिन्हें बैंक FD पर हाई इंटरेस्ट रेट देता है।

समय से पहले नहीं हो विदड्रा नहीं कर सकते पैसा
इस तरह की फिक्स डिपॉजिट में 5 सालों की अवधि के लिए लॉकिंग पीरियड होता है और उस पर मिले ब्याज पर निवेशक के टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स लगता है। यदि निवेश संयुक्त रूप से किया गया है, तो केवल FD रसीद पर लिस्टेड फर्स्ट होल्डर ही टैक्स बेनेफिट के लिए इलिजिबिल होगा। टैक्स सेविंग FD के मामले में, समय से पहले विदड्रा नहीं कर सकते हैं पैसा, क्योंकि इसका टाइम पीरियड पांच से 10 साल के बीच होता है।

2 करोड़ रुपये से कम की टैक्स सेविंग FD पर उच्चतम रिटर्न देने वाले शीर्ष 10 बैंक (आंकड़े 6 जून, 2022 तक)

Suryoday स्मॉल फाइनेंस बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 7.25 प्रतिशत

AU स्मॉल फाइनेंस बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 7.25 प्रतिशत

Ujjivan स्मॉल फाइनेंस बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 7.10 प्रतिशत

DCB बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 7.10 प्रतिशत

YES बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 7.00 प्रतिशत

IndusInd बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर: 7.00 प्रतिशत

RBL बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 6.80 प्रतिशत

IDFC फर्स्ट बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 6.75 प्रतिशत

Axis बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 6.50 प्रतिशत

Equitas स्मॉल फाइनेंस बैंक: प्रति वर्ष ब्याज दर – 6.50 प्रतिशत