पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana ) के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपए का लाभ दिया जाता है। यह रकम तीन किस्‍तों में जारी की जाती है, हर चार महीने पर जारी की जाती है। अभी तक इस योजना के तहत 11वीं किस्‍त जारी की जा चुकी है और 12वीं किस्‍त इस महीने कभी भी आ सकती है। वहीं पीएम किसान पोर्टल पर ई-केवाईसी को भी अपडेट (PM Kisan Yojana ekyc) कराना अनिवार्य किया गया है।

इसके अलावा पीमए किसान योजना को लेकर एक और अपडेट सामने आया है। इस बार देश के 21 लाख किसान ऐसे हैं जिनके खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की रकम नहीं दी जाएगी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अनुसार, जिन किसानों का भूलेख किसान पोर्टल पर भूलेख अपलोड होगा उन्हें ही निधि का लाभ मिलेगा।

आंकड़ों की बात करें तो 1 करोड़ 62 लाख किसानों का डेटा किसान पोर्टल पर अपलोड किया गया है यानी कि इन किसानों के खाते में 12वीं किस्‍त का पैसा भेजा जाएगा, लेकिन किसान इस योजना के साथ रजिस्‍टर्ड होना जरूरी है। वहीं देश में 21 लाख किसान ऐसे हैं जो भूलेख अनिवार्य किए जाने के बाद अपात्र पाए गए हैं।

11 लाख किसानों ने नहीं अपलोड किया डाटा

पोर्टल पर यह भी जानकारी दी गई है कि 11 लाख किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपना डाटा अपलोड नहीं किया है। सरकार ने वेरिफिकेशन की अंतिम तारीख 9 सितंबर तय की है। इसका मतलब है कि जिन किसानों ने पोर्टल पर अपना डेटा अपलोड नहीं किया है, उनको पीएम किसान योजना की 12वीं किस्‍त नहीं मिलेगी और अगर आगे भी अपलोड नहीं किया जाता है तो उसके आगे की भी किस्‍त रुक जाएगी।

क्‍या देनी होगी जानकारी

पोर्टल पर किसानों को अपना नाम, अपने पिता का नाम, गाटा संख्या व रकबा की जानकारी अपलोड करनी होगी। पोर्टल पर ही तहसील के रिकॉर्ड के आधार पर किसान के भू अभिलेख की भी डिटेल देनी होगी। आवश्यक रिकॉर्ड मिलने के बाद ही लेखपाल सर्वे और सत्यापन करेंगे, इसे बाद आपकी पीएम किसान योजना की किस्‍त जारी कर दी जाएगी।