राज्‍य सरकार ने श्रमिक वर्ग को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने 25 हजार 982 श्रमिक परिवारों और 1036 कंस्‍ट्रक्‍शन वर्कर के खाते में करीब 573.50 करोड़ की धनराशि भेजी है। इसमें श्रमिक परिवारों को 551 करोड़ 16 लाख आवंटित किए गए है, जबकि 22 करोड़ 23 लाख रुपये कंस्‍ट्रक्‍शन वर्कर को दी गई है। यह रकम सोमवार को संबल योजना के तहत मजदूर परिवारों के खाते में भेजी गई।

संबल योजना के लाभर्थियों से डिजिटल संवाद के दौरान मध्‍य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इससे मजदूर वर्ग को बड़ा लाभ होगा। साथ ही वे इन पैसों का उपयोग अपने विकास के लिए उपयोग कर सकेंगे। सीएम शिवराज सिंग चौहान ने इस दौरान Sambal 2.0 पोर्टल की भी शुरुआत की और इस कार्यक्रम के दौरान राज्‍य के श्रम मंत्री बिजेंद्र प्रताप सिंह मौजूद रहें।

संबल योजना से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित करने के लिए योजना को नया स्वरूप देकर संबल 2.0 योजना शुरू की गई है। योजना के तहत राज्य के तेंदूपत्ता तोड़ने वालों को भी असंगठित कामगारों की श्रेणी में शामिल किया गया है। संबल 2.0 में MP Online या लोक सेवा केंद्रों से आवेदन किए जा सकते हैं।

प्रमुख सचिव श्रम सचिन सिन्हा ने बताया कि आवेदन के बाद एसएमएस या व्हाट्सएप के माध्यम से लाभार्थियों के मोबाइल पर आवेदन की जानकारी दी जाएगी। इस योजना में पूर्व में अपात्र घोषित किये गये श्रमिक भी नये सिरे से आवेदन कर सकेंगे।

किसे और क्‍या- क्‍या मिलता है लाभ
राज्य के असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों और उनके परिवारों को संबल योजना के तहत सहायता राशि दी जाती है। सहायता योजना के तहत आकस्मिक मृत्यु होने पर 4 लाख रुपये और सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये की सहायता दी जाती है।

मुफ्त शिक्षा का भी लाभ
वहीं इस योजना के तहत स्थायी विकलांगता के लिए 2 लाख रुपये, आंशिक स्थायी विकलांगता के लिए 1 लाख और अंतिम संस्कार सहायता के रूप में 5000 रुपये दिए जाते हैं। योजना के तहत महिला मजदूरों को 16 हजार रुपये प्रसूति सहायता के रूप में दिए जाते हैं, वहीं इन मजदूरों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा भी प्रदान की जा रही है।

बता दें कि मुख्यमंत्री चौहान ने 27 सितंबर 2021 को असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के 14 हजार 475 परिवारों को मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना के तहत मृत्यु सहायता के रूप में 321 करोड़ 35 लाख रुपये की अनुग्रह राशि हस्तांतरित की थी।