चारधाम यात्रा के लिए आ रही भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत दी है। यात्रा सीजन के पहले 45 दिनों के लिए लोगों की संख्या पर लगाई गई दैनिक सीमा में बढ़ोतरी कर दी है। सरकार ने 1,000 अन्‍य श्रद्धा‍लुओं को चारधाम यात्रा की अनुमति दी है। यानी कि तीन मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के दौरान 1 हजार और तीर्थयात्री केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन कर सकेंगे।

चारधाम यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 1000 अतिरिक्‍त यात्रियों की संख्‍या में बढ़ोतरी का निणर्य लिया गया है। उन्‍होंने बताया कि यात्रियों की बढ़ती संख्‍या भी एक वजह है क्योंकि कोविड-19 प्रतिबंध अब लागू नहीं हैं।

हर दिन कितने यात्री कर सकेंगे सफर

राज्‍य सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल कोविड-19 का प्रतिबंध लागू नहीं है, जिस कारण से चारधाम में अधिक या‍त्री सफर के लिए आ रहे हैं। ऐसे में अव्‍यवस्‍थता न फैले इस कारण से चारधाम के लिए दैनिक सीमा को बढ़ा दिया गया है। अब बद्रीनाथ के लिए 16,000, केदारनाथ के लिए 13,000, गंगोत्री के लिए 8,000 और यमुनोत्री के लिए 5,000 होगी।

पहले क्‍या थी तीर्थयात्रियों की संख्‍या
वहीं इससे पहले सरकार ने तीर्थयात्रियों की संख्या बद्रीनाथ के लिए 15,000, केदारनाथ के लिए 12,000, गंगोत्री के लिए 7,000 और यमुनोत्री के लिए 4,000 तक सीमित कर दी थी। यानी अब मंदिरों में जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्‍या पहले के आदेश द्वारा लगाई गई 38,000 की दैनिक सीमा से अधिक होगी।

चारधाम यात्रा के लिए गाइडलाइन

  • उत्तराखंड सरकार की ओर से सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा राज्य के पोर्टल पर उनके आगमन से पहले पंजीकरण कराना होगा।
  • इस साल COVID-19 परीक्षण और टीकाकरण प्रमाणपत्रों की जांच अनिवार्य नहीं की गई है।
  • रजिस्‍ट्रेशन के बाद टिकट बुकिंग कराना होगा।
  • तीर्थयात्रियों को खाने की चीजें और पानी साथ लेने के लिए भी कहा गया है।
  • सफर के दौरान विशेष सावधानी बरतने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।