Rajasthan Public Holidays 2025 List: एक महीने बाद साल बदल जाएगा, हम 2024 से निकलकर 2025 में पहुंच चुके होंगे। नई उम्मीदें, नई योजनाएं बनाने की जुगत में लोग अभी से लग गए हैं। 2025 को लेकर आप घूमने से लेकर किसी कार्यक्रम की योजना बना रहे हैं तो इस काम में आपके लिए इस आर्टिकल से मदद मिलेगी। हम आपको यहां राजस्थान में 2025 के कलेंडर के मुताबिक होने वाले संभावित छुट्टियों से जुड़ी जानकारी देंगे। ऐसे दिनों को आप अपने लिए बेहतर उपयोग में ले सकते हैं। सरकारी या प्राइवेट कर्मचारियों के लिए यह एक जरूरी जानकारी है। यहां जानिए 2025 में पड़ने वाली सभी छुट्टियों के बारे में…
राजस्थान में किस महीने में पड़ रही है कौनसी छुट्टी? यहां जानिए
जनवरी | 1 जनवरी (NEW YEAR)\ 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) |
फरवरी | 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) |
मार्च | 14 मार्च (होली)\ 31 मार्च (ईद उल-फ़ित्र) |
अप्रैल | 6 अप्रैल (राम नवमी)\ 10 अप्रैल (महावीर जयंती)\ 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) 18 अप्रैल (गुड फ्राइडे)\ 29 अप्रैल (महर्षि परशुराम जयंती) |
मई | 29 मई (महाराणा प्रताप जयंती) |
जून | 7 जून (ईद) |
जुलाई | 6 जुलाई (मुहर्रम) |
अगस्त | 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस)\ 16 अगस्त (जन्माष्टमी) |
सितंबर | 2 सितंबर (रामदेव जयंती)\ 5 सितंबर (मिलाद-उन-नबी)\ 22 सितंबर (नवरात्रि) 30 सितंबर (महाष्टमी) |
अक्टूबर | 2 अक्टूबर (गांधी जयंती)\ 21 अक्टूबर (दिवाली) \ 23 अक्टूबर (भाई दूज) |
नवंबर | 5 नवंबर (गुरु नानक जयंती) |
दिसंबर | 25 दिसंबर (क्रिसमस) |
जयपुर घूमने का बना सकते हैं प्लान
अगर आप छुट्टियों को बेहतर इस्तेमाल कर जयपुर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो शहर जयपुर में आमेर के ठीक पास नाहरगढ़ जाना ना भूलें। किले की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए 52 मोड़ पार करने होते हैं। यह काफी रोमांचकारी अनुभव है। नाहरगढ़ एक बेहद खूबसूरत किला है। जहां राजघराने के लोग शहर से दूर शांति के लिए आया करते थे। यह किला सनराइज़ और सनसेट के लिए भी प्रसिद्ध है। जहां बड़ी तादाद में पर्यटक उमड़ते हैं। इसके उल्टी तरफ जयगढ़ का किला है, जहां जयबाण तोप काफी आकर्षण का केंद्र है। जयगढ़ किला सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुलता है।
अधिकतर लोग जयपुर में होते हुए असल जयपुर तो देख तक नहीं पाते हैं। पुराना जयपुर चारदीवारी से घिरा एक शहर है। जिसकी दीवारें गेरुआ रंग से पुती हुई हैं। हर बाज़ार का नक्शा एक सा है। जहां की चकाचौंध में आप खो सकते हैं। जहां मसालों की सुगंध, गाड़ियों का शोर, मंदिरों की घंटियां, मस्जिदों की मीनारें, और दूर से झांकता हवामहल दिखाई पड़ता है।