प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार सब्सिडी पर सिलिंडर उपलब्ध कराती है। गरीबों तक सिलिंडर की पहुंच हो इसके लिए इस योजना को शुरू किया गया था। गांव-कस्बों में चूल्हे पर लकड़ी से खाना बनाने से सेहत को नुकसान होता है। सरकार ने ऐसी ही कुछ वजहों को ध्यान में रखकर इस योजना को शुरू किया जिसका फायदा आज करोड़ों लोग उठा रहे हैं।

सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस का कनेक्शन देती है। जो परिवार बीपीएल कैटेगरी में हैं वे इस स्कीम के लिए पात्र हैं। एलपीजी सिलेंडर पर ज्यादातर लोगों को सब्सिडी मिलती है। डायरेक्‍ट कैश ट्रांसफर स्‍कीम के जरिए लोगों के खातों में सब्सिडी का पैसा ट्रांसफर किया जाता है। इस योजना का फायदा उठाने के लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है।

रजिस्ट्रेशन के लिए आपसे कुछ डॉक्यूमेंट्स की मांग की जाती है जिसके बाद आप आसानी से खुद को इस स्कीम से जोड़कर फायदा ले सकते हैं। अक्सर लोग बिना कुछ जानें सीधा रजिस्ट्रेशन करने लगते हैं। इसका नुकसान यह होता है कि उन्हें सही जानकारी न होने के चलते रजिस्ट्रेशन करवाने में ज्यादा समय लग जाता है। फॉर्म के साथ सही डॉक्यूमेंट अटैच न करना एक मुख्य वजह में से एक है।

बात करें इस योजना के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट्स की मांग की जाती है तो मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो, बीपीएल कार्ड, आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, बीपीएल सूची में नाम का प्रिंट, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी और राशन कार्ड की फोटो कॉपी। अगर आपसे इनमें से जिस भी डॉक्यूमेंट्स की मांग की जाए तो आपको तुरंत इन्हें फॉर्म के साथ अटैच कर देना होगा।