प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 10वीं किस्त दिए जाने से पहले सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया गया। इस योजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को सिंचाई के लिए पानी मुहैया होगा और लगभग 29 लाख किसान लाभान्वित होंगे। शनिवार (11 दिसंबर, 2021) को यूपी के बलरामपुर में एक रैली के दौरान पीएम ने इसका शुभारंभ किया। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान किया और बोले कि इससे न केवल पानी बचाने में मदद मिलेगी बल्कि बेहतर फसल भी पैदा होगी।

पीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों में धन, समय और संसाधनों के कथित दुरूपयोग पर दुख जताते हुये कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की लागत 50 साल पहले 100 करोड़ रुपये से कम थी लेकिन इसे पूरा होने के समय इसकी लागत बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपये हो गई। पहले की सरकारों की लापरवाही की 100 गुना ज्यादा कीमत देश को चुकानी पड़ी। अगर किसानों को सिंचाई का पानी पहले मिला होता तो वह सोना पैदा करता और देश का खजाना भर देता। अपने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा बेहतर कर पाता।

बकौल मोदी, “सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच इमानदार होती तो काम भी दमदार होता है। उन्होंने कहा कि घाघरा, सरयू, राप्ती बाणगंगा और रोहिणी की जलशक्ति अब इस क्षेत्र में समृध्दि का नया दौर लेकर आने वाली है।” वहीं, सीएम योगी बोले कि पीएम मोदी ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना को पूरा कराने का जो सपना देखा था, उससे अटल जी के नदी जोड़ने का सपना भी साकार हो रहा है। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के जरिए घाघरा, राप्ती, सरयू, बाणगंगा और रोहिणी को जोड़ा जा रहा है। इससे बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, महराजगंज और गोरखपुर समेत नौ जिलों की जनपदों की लगभग 14 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई का लाभ मिलेगा।

सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के निर्माण की कुल लागत 9800 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें से 4600 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान पिछले चार वर्षों में किया गया। परियोजना में पांच नदियों – घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ने का भी प्रावधान किया गया है, ताकि क्षेत्र के लिये जल संसाधन का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो सके। प्र

धानमंत्री मोदी ने इसके अलावा देश के किसानों को 16 दिसंबर को प्राकृतिक खेती के संबंध में आयोजित विशाल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया। उन्होंने देश भर के किसानों से टीवी या कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से जुड़ने का अनुरोध किया। बता दें कि केंद्र की ओर से किसानों को पीएम किसान की 10वीं किस्त जारी की जानी है। यह रकम 15 दिसंबर के आसपास लाभार्थियों को सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की जाएगी। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)