फेस्टिव सीजन में हर जगह शॉपिंग के लिए खासा होड़ रहती है। पर कुछ वक्त से खरीदारी का एक बड़ा हिस्सा ऑनलाइन हो रहा है। पर थोड़ा सावधान भी रहें, क्यों वहां आपको मनपसंद आइटम्स के साथ साइबर अपराधी भी मिलेंगे, जो आपको ठगना चाहते हैं। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि उन्हें आपका पैसा लेने से कैसे रोका जाए। ध्यान देने वाली बात है कि सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग ही नहीं, बल्कि बैंक लोन प्रोसेस, डिस्काउंट और कैशबैक ऑफ़र भी आपसे चोरी के बहाने के रूप में यूज किए जा सकते हैं।

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दरअसल, कोरोना के बाद साइबर अपराधियों ने महसूस किया है कि बहुत कम लोग असल में उस वेबसाइट को वेरिफाई करने की जहमत उठाते हैं जिससे वे सामान खरीद रहे हैं या पैसे दे रहे हैं। ऑनलाइन मौजूद बैंकों, ई-कॉमर्स और अन्य कंपनियों की इतनी सारी फर्जी वेबसाइटें हैं, जो लगभग असली दिखती हैं। बहुत से लोग अक्सर नकली वेबसाइटों के प्रस्तावों के लालच में आ जाते हैं और साइबर अपराधियों को बड़ी रकम का भुगतान करते हैं। त्यौहारी मौसम में आप ऐसे फर्जीवाड़े का शिकार न हो, इसलिए हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं:

  • अविश्वसनीय रूप से अच्छे ऑफर्स के साथ कॉल करने वाले अजनबियों से बात न करें। ये ऑफर आमतौर पर हमेशा नकली होते हैं।
  • फोन, एसएमएस, सोशल मीडिया या यहां तक ​​कि ईमेल पर भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
  • किसी भी हालत में आपको अपना यूजर नेम, पासवर्ड और ओटीपी किसी भी अजनबी के साथ साझा नहीं करना चाहिए।
  • किसी भी शॉपिंग कंपनी का लिंक खोजने के लिए गूगल सर्च पर न जाएं। टॉप पर आने वाला सर्च रिजल्ट नकली हो सकता है। वह असली के रूप में मुखौटा हो सकता है।
  • आपके फोन पर कोई अनजान ओटीपी आए तो उसे किसी अनजान व्यक्ति से साझा न करें। वह किसी और नाम या पहचान बता कर आपसे कॉल पर वनटाइम पासवर्ड के बारे में पूछ सकता है।
  • ईमेल, सोशल मीडिया से लेकर बैंक खातों तक, आपके सभी ऑनलाइन खातों पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन एक्टिव होना चाहिए।
  • जब तक आपको असल में Anydesk और Quick Support की जरूरत न हो, तब तक इन रिमोट एक्सेस ऐप्स को इंस्टॉल न करें।
  • जब भी आपके बैंक खाते में कोई लेनदेन होता है तो सूचनाएं प्राप्त करने के लिए अपने बैंक के साथ अपना मोबाइल नंबर को रजिस्ट कर लें।
  • अगर आप ट्विटर पर हैं, तो ब्लू टिक की जांच करें जो इंगित करता है कि यह एक वेरिफाइड हैंडल है।
  • अगर आपको कुछ पेमेंट हासिल करने के लिए एक लिंक मिलता है, तो उस पर क्लिक न करें। यह एक स्कैम/फ्रॉड होने की आशंका है।
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First published on: 01-11-2021 at 16:36 IST