लैंडलाइन यूजर्स या फिक्स्ड लाइन यूजर्स को जल्द ही मोबाइल नंबर डायल करने से पहले ‘शून्य’ डायल करना होगा। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दूरसंचार विभाग से इसकी सिफारिश की है। यानी कि ग्राहकों को कॉल करते वक्त नंबर के आगे ‘0’ लगाना होगा। मौजूदा समय में फिक्स्ड लाइन कनेक्शन से इंटर-सर्विस एरिया मोबाइल कॉल्स के लिए ये व्यवस्था लागू है।

हालांकि लैंडलाइन से लैंडलाइन, मोबाइल से लैंडलाइन और मोबाइल से मोबाइल नंबर पर कॉलिंग के लिए ट्राई की तरफ से किसी तरह के बदलाव की सिफारिश नहीं की गई है। मीडिया में जारी खबरों की माने तो अब मोबाइल नंबर भी 10 की बजाय 11 अंकों का हो सकता है। ट्राई ने इसके लिए दूरसंचार विभाग को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें मोबाइल नंबर 10 की बजाय 11 अंकों का करने की बात कही गई है। यानी कि आने वाले समय में लोगों को 11 अंकों का मोबाइल नंबर मिलने लगेगा।

हालांकि इस बारे में अभीतक कुछ पूरी तरह से साफ नहीं है। ट्राई बीते काफी समय से इसकी सिफारिश करते आ रहा है और कई बार इस बारे में चर्चा भी की जा चुकी है। हालांकि अबतक सरकार की तरफ से इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

देश में मोबाइल फोन ग्राहकों की बढ़ती संख्या को देखकर ट्राई इसपर सुझाव देता रहा है। हालांकि इस मोबाइल नंबर की कमी को दूर करने के लिए मोबाइल नंबर पोर्टबिलिटी की व्यवस्था लागू की गई है। पोर्टबिलिटी के तहत ग्राहकों को अपना मोबाइल नंबर बदलने की बजाय सिर्फ टेलिकॉम ऑपरेटर कंपनी को बदलना होता है। इससे ग्राहक के पास एक ही नंबर रहता है और वह अपनी पसंद और जरूरत के मुताबिक ऑपरेटर को चुन सकता है।