भारत में पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के रुप में जाना जाता है। इसमें अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर होता है, इसी के आधार पर आधार पर आपके पैन कार्ड और आपकी पहचान की जाती है। पैन आजकल कई महत्वपूर्ण दस्तावेज या कामों में प्रयोग किया जाता है। बैंक में लेनदेन से लेकर इनकम टैक्स भरते तक में इसका उपयोग किया जाता है। केंद्र सरकार ने इसे आधार से लिंक कराने के लिए भी निर्देशित किया है। ताकि आने वाले समय में और सुविधा हो जाए। इस खबर के द्वारा आज हम इसकी महत्व को बताएंगे कि आखिर पैन कार्ड क्यों हमारे लिए आवश्यक है।
पैन कार्ड विभाग को निर्धारिती के सभी लेनदेन को विभाग के साथ जोड़ने में सक्षम बनाता है। इन लेन-देन में कर भुगतान, टीडीएस/टीसीएस क्रेडिट, आय की विवरणी, बड़े लेनदेन, पत्राचार आदि जैसे कामों में इसका उपयोग किया जाता है। इसके अलावा यह विभिन्न निवेशों, उधारों और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के मिलान की सुविधा प्रदान करता है।
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आयकर विभाग के साथ प्रत्येक लेनदेन के लिए एक स्थायी खाता संख्या अनिवार्य कर दी गई है। यह कई अन्य वित्तीय लेनदेन के लिए भी अनिवार्य है जैसे बैंक खाते खोलना, बैंक खाते में नकद जमा करना, बैंक खाते नकद निकालना, डीमैट खाता खोलना, अचल संपत्तियों का लेनदेन आदि। एक पैन कार्ड देश में सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा पहचान पत्र के तौर पर स्वीकार किया जाता है। आइए कुछ बिंदुओं से समझते हैं कि आखिर इनका उपयोग कैसे किया जाता है।
इन लेनदेन को लेकर अनिवार्य है पैन कार्ड
1. दो पहिया वाहनों के अलावा किसी मोटर वाहन या वाहन की बिक्री या खरीद।
2. किसी बैंकिंग कंपनी या सहकारी बैंक में खाता खोलना या नकद राशि जमा व निकालने पर इसका प्रयोग किया जाता है।
3. क्रेडिट या डेबिट कार्ड लेने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
4. किसी भी निवेश के लिए जैसे की सेबी में एकाउंट खोलने के दौरान पैन का उपयोग अनिवार्य है।
5. एक बार में किसी बिल के एवज में किसी होटल या रेस्तरां को 50,000 रुपये से अधिक की राशि का नकद भुगतान।
6. किसी भी विदेशी देश की यात्रा के संबंध में 50,000 रुपये से अधिक की राशि का नकद भुगतान या किसी एक समय में किसी भी विदेशी मुद्रा की खरीद के लिए भुगतान।
7. किसी म्यूचुअल फंड को उसकी इकाइयों की खरीद के लिए 50,000 रुपये से अधिक की राशि का भुगतान में भी इसका प्रयोग होता है।
8. भारतीय रिजर्व बैंक को उसके द्वारा जारी बांड प्राप्त करने के लिए 50,000 रुपये से अधिक की राशि का भुगतान।
9. किसी बैंकिंग कंपनी या सहकारी बैंक में जमा; किसी एक दिन में 50,000 रुपये से अधिक की नकद राशि के लेनदेन में।
10. किसी बैंकिंग कंपनी या सहकारी बैंक से बैंक ड्राफ्ट या पे ऑर्डर या बैंकर चेक खरीदने के लिए किसी एक दिन के दौरान 50,000 रुपये से अधिक की राशि का नकद भुगतान करने पर।
11. कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 406 में संदर्भित बैंकिंग कंपनी, सहकारी बैंक, डाकघर, निधि के साथ वित्तीय वर्ष के दौरान 50000 रुपये से अधिक या 5 लाख रुपये से अधिक की राशियों के लेनदेन में।
