केंद्र और राज्य सरकारें तमाम स्कीमों का लाभ डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए जन धन खातों में ही भेजती है। इस योजना के तहत जीरो बैलेंस पर अकाउंट खुलवाया जा सकता है। अब तक करोड़ों लोगों ने इस स्कीम के तहत अपना जन धन खाता खुलवाया है। हस्ताक्षर या अंगूठे के निशान से आसानी से खाता खुल जाता है। देश में इस समय 38.57 करोड़ लोगों के पास जनधन अकाउंट हैं।

अक्सर इस योजना के तहत खोले जा रहे खातों को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं जिनमें से एक सवाल यह है कि क्या प्राइवेट बैंक में भी जन धन खाता खुलवाया जा सकता है या नहीं? जन धन खाता प्राइवेट बैंकों में भी खुलवाया जा सकता है।

एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक, फेडरल बैंक, आईएनजी वैश्य, कोटक महिंद्रा, कर्नाटक बैंक, इंडसइंड बैंक और धनलक्ष्मी बैंक ग्राहकों को जन धन खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति के पास जरूरी आधिकारिक दस्तावेज मौजूद नहीं हैं तब भी ग्राहक छोटा खाता खुलवा सकता है।

अपने सेल्फ अटेस्टेड फोटो और बैंक अधिकारी के समक्ष फॉर्म पर हस्ताक्षर करने या फिर अंगूठे के निशान को लगाकर आप खाते के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर आपके पास आधार कार्ड मौजूद है तो फिर किसी भी दस्तावेज की जरूरत नहीं है।

आवदेक की उम्र कम से कम 10 साल होनी चाहिए। बैंक में जाकर एक फॉर्म भरकर और दस्तावेजों को अटैच कर कर खाता खुलवाया जा सकता है। बता दें कि आमतौर पर ये खाते 12 महीने तक चालू रहते हैं।