निजी करदाताओं के लिए आयकर रिटर्न (Income Tax Return) दाखिल करना रॉकेट साइंस नहीं है। वित्त वर्ष 2022-23 (आकलन वर्ष 2023-24) के लिए ITR फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2023 है। चूंकि आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक आ रही है, ऐसे में यह और भी जरूरी हो जाता है कि आप अपना ITR फाइल करते समय विशेष ध्यान रखें।
टैक्स विशेषज्ञों का मानना है कि आप गलतियों से बचने के लिए अपना रिटर्न समय से पहले ही दाखिल कर दें, क्योंकि बाद में ये महंगा साबित हो सकता है। हालांकि ITR फाइलिंग में हुई गलतियों को संशोधित रिटर्न दाखिल करके ठीक किया जा सकता है लेकिन इसमें अतिरिक्त समय और मेहनत लगती है।
यदि अंतिम तिथि से पहले रिटर्न दाखिल नहीं किया जाता है तो करदाताओं को कई प्रकार के अर्थदंड मिल सकते हैं। इसमें 10,000 रुपये तक का जुर्माना, भुगतान न किए गए टैक्स पर अतिरिक्त 1 प्रतिशत टैक्स शामिल है। इसके अलावा एक्स्ट्रा टैक्स भी प्राप्त करने में देरी हो सकती है।
ITR फाइल करना अनिवार्य है, लेकिन फॉर्म में सही व्यक्तिगत जानकारी देना और भी महत्वपूर्ण है। जिन विवरणों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, वे हैं पैन विवरण, ई-मेल आईडी, जन्म तिथि और IFSC कोड।
कई टैक्स पेयर्स गलत आईटीआर फॉर्म का उपयोग करने की बड़ी गलती करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप टैक्स विभाग द्वारा फाइलिंग को खारिज कर दिया जाता है। इसलिए आपको अपना ITR फाइल करते समय सावधानी से सही आईटीआर फॉर्म चुनना चाहिए।
ये फॉर्म तीन तरह के होते हैं
- ITR फॉर्म 1: वेतनभोगी व्यक्ति
- ITR फॉर्म 2: वेतनभोगी व्यक्ति जिनकी आय निवेश से पूंजीगत लाभ से होती है
- ITR फॉर्म 3: स्व-नियोजित व्यक्ति जिनकी आय व्यवसाय के मुनाफे से होती है।
फॉर्म 26AS में आपकी आय, भुगतान किए गए अग्रिम कर, टीडीएस, भुगतान किए गए स्व-मूल्यांकन कर, टैक्स क्रेडिट आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जो इसे एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बनाता है। कभी-कभी फॉर्म 26AS और एंप्लॉयर के फॉर्म 16 में जानकारी के बीच अंतर हो सकता है। इसलिए फॉर्म 26AS के विवरण पर पूरी तरह से भरोसा करते हुए, यह सलाह दी जाती है कि अपना ITR फाइल करने से पहले फॉर्म 16 की जानकारी के साथ उन्हें क्रॉस-चेक कर लें।
गलत Assesment Year का चयन करना
रिटर्न दाखिल करते समय करदाता Assesment Year और ‘Financial Year’ के बीच भ्रमित हो जाते हैं। वित्तीय वर्ष वह वर्ष है जिसके दौरान आय अर्जित की जाती है। इसलिए मौजूदा फाइलिंग के लिए आपको असेसमेंट ईयर 2023-24 चुनना होगा।
सभी बचत खातों का उल्लेख नहीं करना
विदेशी बैंक खातों सहित, यदि कोई भी खाता हो, आईटीआर में आपके सभी बैंक खातों के विवरण का खुलासा करना अनिवार्य है। साथ ही आपको वित्तीय वर्ष के दौरान बंद किए गए बैंक खाते के विवरण का खुलासा करना होगा।
सभी स्रोतों से आय का उल्लेख नहीं करना भारी पड़ सकता
आवासीय या व्यावसायिक संपत्ति से किराए के रूप में आय, सावधि जमा से ब्याज, पूंजीगत लाभ, और इसी तरह की आय सहित अन्य स्रोतों से अतिरिक्त आय के साथ-साथ आपके वेतन या व्यवसाय का उल्लेख करना आवश्यक है। कभी-कभी करदाता अपनी आय के सभी स्रोतों का खुलासा नहीं करते हैं और केवल अपने वेतन या प्राथमिक व्यवसाय से आय का खुलासा करते हैं।
Capital Gains का विवरण छिपाना
ITR में पूंजीगत लाभ (Capital Gains) या हानि का खुलासा करना महत्वपूर्ण है। शेयरों, संपत्ति की बिक्री आदि से होने वाली आय पूंजीगत लाभ के अंतर्गत आती है। यदि करदाता ऐसे किसी लाभ या हानि को छुपाता है, तो इससे टैक्स ऑडिट हो सकता है। करदाताओं की आसानी के लिए, I-T विभाग उन्हें अपने कैपिटल गेन्स स्टेटमेंट की जांच करने की अनुमति देता है।
ITR वेरिफाई नहीं करना
ITR फाइल करना थोड़ा जटिल प्रोसेस है और गलतियां होना लाजिमी है। I-T विभाग करदाता की गलतियों को बताता है। इसलिए किसी भी गलती की संभावना को कम करने के लिए ITR को सत्यापित करना महत्वपूर्ण है।