IRCTC Train Ticket Booking: भारतीय रेल से सफर करने वाले यात्री स्लीपर के टिकट पर एसी में यात्रा कर सकते हैं। IRCTC यात्रियों के टिकट को अपग्रेड करने की अनुमति देती है। आॅनलाइन टिकट बुकिंग करने के दौरान IRCTC यात्रियों को ‘क्लास अपग्रेडेशन’ का विकल्प देती है। ऑटो अपग्रेडेशन के तहत, रेलवे पूरा किराया देने वाले वेटिंग पैसेंजर के टिकट को उच्च श्रेणी में खाली सीटों पर अपग्रेड करती है। हालांकि, यदि किसी पैसेंजर ने टिकट बुकिंग के समय अपग्रेडेशन सिस्टम के ‘नो’ आॅप्शन को चुना है, तो उसका पीएनआर अपग्रेडेशन लिस्ट में नहीं रहता है। IRCTC के अनुसार, छूट वाले टिकट, फ्री पास होल्डर और सीनियर सिटिजन का टिकट अपग्रेड नहीं होता है।

* चार्ट बनने के समय पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के द्वारा टिकट अपग्रेडेशन ऑटोमेटिक होता है। इस योजना के तहत टिकट निरीक्षक को किसी पैसेंजर का टिकट अपग्रेड करने का अधिकार नहीं होता है।

* इस स्कीम के तहत सिर्फ वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट दिया जाता है। इसके बाद शेष सीटों की बुकिंग पहले से मौजूद प्रक्रिया के तहत मौजूद काउंटर से होती है। ऐसे में यदि ट्रेन में किसी तरह का वेटिंग लिस्ट नहीं है तो किसी टिकट का अपग्रेडेशन नहीं होगा।

* यदि कोई पैसेंजर जिसका टिकट अपग्रेड हो जाता है, यदि वह अपने टिकट को रद करता है तो रद करवाने का चार्ज ऑरिजनल श्रेणी (जिसमें टिकट कटवाया गया है) के अनुसार लगता है। टिकट का अपग्रेडेशन सिर्फ एक क्लास उपर होता है, जैसे कि स्लीपर से थर्ड एसी, थर्ड एसी से सेकेंड एसी और सेकेंड एसी से फर्स्ट एसी।

* टिकट अपग्रेड होने के बाद भी पीएनआर नंबर पहले वाला ही बना रहता है। उसी पीएनआर नंबर से जांच करने पर पीआरएस द्वारा पूरी जानकारी दी जाती है।

* एक पीएनआर के सभी पैसेंजर (अधिकतम छह) के टिकट को एक साथ अपग्रेड किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, यदि एक पीएनआर में पांच पैसेंजर का नाम है और सीटों की संख्या चार ही है, जिस पर अपग्रेड किया जा सकता है तो किसी पैसेंजर का टिकट अपग्रेड नहीं किया जाएगा। यदि अपग्रेड होने वाले सीटों की संख्या पांच है, तो सभी का एक साथ अपग्रेड होगा।

IRCTC Diwali 2018 Offer: रेलवे ने घोषणा की है यात्री जनरल टिकटों की बुकिंग एक नवंबर से ऑनलाइन कर सकेंगे। दिवाली से पहले आम यात्री अपने मोबाइल फोन से लंबी दूरी की टिकटें अनारक्षित टिकट सिस्टम यानी यूटीएस की वेबसाइट पर जाकर टिकट खरीद सकेंगे। इसके लिए अब उन्हें टिकट काउंटर लंबी-लंबी लाइनों में खड़ा नहीं होना होगा।

UTS App: IRCTC 1 नवंबर से देशभर में UTS एप की सर्विस शुरू करेगा। इस एप की मदद से आप घर बैठे टिकट बुक कर सकेंगे। यह एप बुक करने के लिए 17 साल से ज्यादा की उम्र होना जरुरी है। इस एप की मदद से दो तरीकों से रेल टिकट बुक किए जा सकेंगे। एक तरीका पेपर टिकट का है, जिसमें यात्री मोबाइल एप के जरिए घर बैठे टिकट बुक करेंगे और फिर स्टेशन आकर टिकट वेंडिंग मशीन से अपनी बुकिंग आईडी का इस्तेमाल कर टिकट का प्रिंट आउट ले सकेंगे। दूसरे पेपर लैस तरीके में मोबाइल एप से टिकट बुक करने के बाद उसका प्रिंट लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

कैशलेस भुगतान- रेलवे अब रेलमंत्री पीयूष गोयल की एक योजना को अमलीजामा पहनाने में जुट गया है। रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशनों को कैशलेस भुगतान की सुविधा देने की कवायद शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक रेलवे यात्री जल्द ही ट्रेनों में कैशलेस भुगतान की सुविधा का लाभ उठाने लगेंगे। इस योजना के जरिए वेंडरों की अवैध वसूली पर रोक लग सकेगी।