Ajmer-Rameswaram weekly Humsafar Express Train: राजस्थान के अलवर से लेकर तमिलनाडु के रामेश्वरम के बीच पड़ने वाले तीर्थ स्थलों के दर्शन करने वालों के लिए खुशखबरी है। रेल मंत्रालय ने उत्तर भारत से दक्षिण भारत को जोड़ने वाले इस रूट पर नई नवेली हमसफर एक्सप्रेस दौड़ा दी है। गुरुवार (27 सितंबर) को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस ट्रेन को वीडियो लिंक के जरिए हरी झंडी दिखाई।
खास बात है कि इस ट्रेन में सिर्फ एसी-3 टियर बोगियां हैं और हफ्ते में यह एक बार ही चलेगी। अजमेर-रामेश्वरम हमसफर एक्सप्रेस वाया रतलाम-लक्ष्मीबाई नगर रूट (इंदौर, मध्य प्रदेश) होकर अपना सफर तय करेगी। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ और अहम बातें।
दोपहर लगभग तीन बजे इंदौर रेलवे स्टेशन पर नई हमसफर एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया। नई हमसफर एक्सप्रेस का ट्रेन नंबर- 19603/19604 (अप/डाउन) है। ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जो कि 3 टियर एसी लिंक हॉफमैन बश बोगियां होंगी।
यह ट्रेन कई अत्याधुनिक फीचर्स से लैस होगी। मसलन हर बर्थ के पास मोबाइल चार्जिंग प्वॉइंट्स और रीडिंग लैंप। हर बोगी में ऑटो वेंडिंग मशीन व फ्रिज भी होगा, जबकि एलईडी डिसप्ले मॉनीटर और शानदार डिजाइन वाले बायो-टॉयलेट्स भी होंगे। दावा है कि इस ट्रेन से श्रद्धालुओं को अजमेर से रामेश्वर पहुंचने में आसानी होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ट्रेन गुरुवार रात साढ़े 11 बजे रवाना होकर शनिवार (29 सितंबर) को रात करीब नौ बजे रामेश्वरम पहुंचेगी। ट्रेन का नियमित संचालन रामेश्वरम से दो अक्टूबर और अजमेर से छह अक्टूबर से किया जाएगा।
आपको बता दें कि हमसफर ट्रेनों के हर केबिन में कॉफी, चाय, सूप वेडिंग मशीनें और हॉट व रेफ्रिजरेटेड पैंट्री की सुविधा होती है। यही नहीं, सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस, बेस्ट पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम, फायर और स्मोक डिटेक्शन और सुपरविजन सिस्टम भी होता है। लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट भी हर बर्थ में दिया जाता है।
रेलवे ने इन ट्रेनों को लेकर शुरुआत में दावा किया था कि यह पहली ऐसी ट्रेन है, जिसमें बच्चों के नैप्किन बदलने की सुविधा होती है। खास तौर से इस ट्रेन में बच्चों के नैप्किन बदलने के लिए टेबल भी होती है। ऐसे में महिलाओं व परिवार के साथ यात्र कर रहे छोटे-छोटे बच्चों को संभालने में लोगों को दिक्कत नहीं होती।

