रेलवे ने मंगलवार को बताया कि वह अगले एक साल में 1,48,463 लोगों की भर्ती करेगा। जबकि पिछले आठ वर्षों में औसतन सालाना 43,678 लोगों की भर्ती की गई। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले 18 महीनों में विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में 10 लाख लोगों की भर्ती करने के निर्देश के बाद आया है।
सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिया कि सरकार द्वारा अगले 1.5 वर्षों में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती की जाए।
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले व्यय विभाग द्वारा वेतन व भत्तों पर जारी ताजा वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार के कुल नियमित सिविल कर्मचारियों (केंद्र शासित प्रदेशों सहित) की संख्या एक मार्च 2020 की अवधि तक 31.91 लाख थी, जबकि स्वीकृत पदों की कुल संख्या 40.78 लाख थी। इस हिसाब से करीब 21.75 प्रतिशत पद रिक्त थे। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल श्रम शक्ति का करीब 92 प्रतिशत हिस्सा पांच प्रमुख मंत्रालयों या विभागों के अंतर्गत आता है।
इन विभागों में रेलवे, रक्षा (सिविल), गृह कार्य, डाक और राजस्व शामिल हैं। कुल 31.33 लाख पदों की निधार्रित संख्या (संघ शासित प्रदेशों को छोड़कर) में रेलवे की हिस्सेदारी 40.55 प्रतिशत है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी सूत्रों ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद विभिन्न विभागों और मंत्रालयों को रिक्तियों का विवरण तैयार करने के लिए कहा गया है। साथ ही समग्र समीक्षा के बाद 10 लाख लोगों की भर्ती करने का निर्णय लिया गया।
पिछले कई विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दलों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश की है। रेलवे ने कहा कि 2014-15 से 2021-22 तक, उसने कुल 3,49,422 लोगों की भर्ती की। इसके अनुसार औसत भर्ती 43,678 प्रति वर्ष थी। जबकि 2022-23 में वह 1,48,463 लोगों की भर्ती करेगा।
केंद्र सरकार ने सोमवार को अग्निपथ योजना का भी ऐलान किया। इस ऐलान के अंतर्गत भारतीय युवा 4 साल के लिए सेना में अपनी सेवाएं दे सकेंगे। अग्निपथ स्कीम में भर्ती के लिए युवाओं की उम्र 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल के बीच होनी चाहिए। साथ ही भर्ती सेना के तय नियमानुसार ही होगी।