अगर आप भी भारतीय रेलवे की ओर से सफर करते हैं तो आपको कई ऐसी सुविधाएं दी जाती हैं, जो आपको यात्रा में मदद करती है। कोविड के बाद से यात्रियों के लिए बेडरोल की सुविधा फिर से शुरू कर दी गई है। इसके अलावा हाल ही में आईआरसीटीसी ऐप और वेबसाइट से टिकट बुकिंग की संख्या भी दोगुनी कर दी गई है। साथ ही कई और सुविधाएं दी जाती हैं।
लेकिन क्या आपने गौर किया है कि आपके टिकट पर 5 अंकों का क्या मतलब होता है। यह 5 डिजिट का नंबर आपको यह बता सकता है कि आप कहां जा रहे हैं और कहां से आ रहे हैं। साथ ही यह आपको ट्रेन टिकट और कैटेगरी भी बताता है। इसके अलावा यह नंबर यात्रा को लेकर आपको बहुत सी जानकारी देता है।
क्या है इन पांच डिजिट का मतलब?
हर ट्रेन का एक विशेष नंबर होता है, जिससे उस ट्रेन की पहचान की जाती है। इस ट्रेन नंबर का अलग-अलग मतलब होता है। यह 0 से लेकर 9 तक हो सकता है। आइए जानते हैं इन ट्रेन नंबरों के बारे में पूरी डिटेल…
- अगर इन पांच नंबर में सबसे आगे 0 है तो इसका मतलब है कि यह एक स्पेशल ट्रेन है।
- 1 नंबर है तो यह लंबी दूरी वाली ट्रेन होगी, इसके अलावा यह ट्रेन राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दूरंतो होगी।
- 1 की तरह ही शुरू में 2 नंबर से शुरू होने वाली ट्रेन भी लंबी दूरी की ट्रेन होती है।
- अगर पहला डिजिट 3 है तो यह ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है।
- वहीं पहला अंक 4 है तो यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन होगी।
- इसके अलावा 5 नंबर वाली पैसेंजर ट्रेन होगी, जबकि 6 नंबर वाली गाड़ी मेमू ट्रेन हो सकती है।
- वहीं 7 नंबर वाली ट्रेन डेमू ट्रेन, 8 नंबर ट्रेन आरक्षित ट्रेन है।
- अगर पहला डिजिट 9 है तो यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है।
दूसरा और उसके बाद के अंक
इसमें दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के अनुसार ही होता है। जैसे अगर किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार लेटर रेलवे जोन और डिवीजन को दर्शाते हैं।