Indian Railways, IRCTC: रेलवे ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए लगातार ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। रेलवे ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम को भी आधुनिक तकनीक से लैस कर रहा है जिससे सफर सुरक्षित रहे। नॉर्थन रेलवे ने पंजाब के लुधियाना में ट्रैक पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। रेलवे का लक्ष्य है कि 2020 से पहले ट्रेनों की स्पीड को 25 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ाया जाएगा।

इस डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट के तहत, रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने तेज गति से चलने वाली ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही सीमेंट वाले प्लेटफार्म पर नई पटरियां बिछाई हैं। रेलवे का मानाा है कि ये डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट सभी लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए एक वरदान साबित होंगे।

ये ट्रैक एलएचबी (Linke Hofmann Busch) कोचों के साथ जुड़े हुए हैं। इन कोचों में उच्च वहन क्षमता, बेहतर स्पीड के सा-साथ बेहतर सुरक्षा यात्रियों को मिलेगी। रेलवे स्पीड को बढ़ाने के साथ-साथ ही ट्रैक पर सिग्नल को और बेहतर बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। नॉर्थन रेलवे के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के जरिए लुधियाना से नई दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेनों की गति 30 किमी प्रति घंटा बढ़ जाएगी और 110 किमी प्रति घंटे की बजाय 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड के साथ चलेगी। इससे अभी लुधियान और दिल्ली के बीच 325 किलो मीटर की दूरी को पूरा करने में 4 घंटे का समय लगता है लेकिन स्पीड के बढ़ जाने से यात्रा के समय में 30 से 40 मिनट कम लगेंगे।

रेलवे बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार, इस पहल के तहत इन ट्रेनों में यात्रियों को पहले से ज्यादा बेहतर सफर का अनुभव होगा। इनमें राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, शेन-ए पंजाब एक्सप्रेस, सवराज एक्सप्रेस और अमृतसर-दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, पूजा एक्सप्रेस, उधमपुर हैं, एक्सप्रेस, शिव स्काईटी एक्सप्रेस और अमृतसर-नांदेड़ एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं।