भारतीय रेलवे अब यात्रियों को टिकट बुक करने के लिए नई तकनीक मुहैया कराने जा रहा है। हर दिन लाखों की संख्या में लोग स्टेशनों में अनरिजर्वड टिकटों के लिए लाइन में लगते हैं। इससे निजात दिलाने के लिए साउथ सेंट्रल रेलवे ने क्यूआर कोड के जरिए टिकट निकालने की सुविधा शुरू की है। यात्री रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद इन टिकटों को स्कैन कर के भी टिकट हासिल कर सकते हैं। इससे टिकट काउंटर पर लगने वाली भीड़ कम होगी। पीयूष गोयल के मुताबिक, यह रेलवे के कार्यों में तेजी लाने और ट्रांजेक्शन टाइम करने की सुविधा है।

यात्री स्टेशन पर कैसे बुक करेंगे टिकट?: रेलवे के मुताबिक, पैसेंजर यूटीएस (अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल ऐप के जरिए स्टेशन परिसर या इससे एक किमी दूर से ही टिकट बुक कर सकेंगे। इसके लिए यूजर को ऐप में बुक टिकट के ऑप्शन में क्यूआर बुकिंग का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद उसे स्टेशन प्रांगण में ही लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। यहां से पैसेंजर अपनी यात्रा की जानकारी भर सकते हैं और पेमेंट के बाद उनका टिकट बुक हो जाएगा।

यूटीएस ऐप की लोकप्रियता बढ़ी: रेलवे का कहना है कि यूटीएस ऐप पर इस सुविधा से पैसेंजर आसानी से पेपरलेस टिकट खरीद सकते हैं। यह टिकट मोबाइल पर ही मौजूद रहेगा। इससे लोगों का समय बचेगा और काउंटरों पर भीड़ में भी कमी आएगी। गौरतलब है कि रेलवे की यूटीएस ऐप लॉन्च के बाद से ही यूजर्स के बीच लोकप्रिय बनी है। अब तक एंड्रॉयड मोबाइलों पर इस ऐप के 10 लाख डाउनलोड हो चुके हैं। 2016 में इसे सबसे पहले साउथ सेंट्रल रेलवे ने ही लोकल ट्रेनों के लिए शुरू किया था। हालांकि, यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे बाद में पूरे जोन और फिर देशभर के लिए डेवलप किया गया।