Indian Railway: कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच इंडियन रेलवे धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या को बढ़ा रहा है। लॉकडाउन के चलते करीब 2 महीने से रेल सेवाएं ठप होने के बाद 11 मई से ट्रेनों का संचालन किया गया है। ट्रेन में सफर, टिकट बुकिंग और उनके रेट्स को लेकर यात्रियों के मन में कई सवाल हैं जिनके जवाब रेलवे सोशल मीडिया के जरिए लगातार दे रहा है। ऐसा ही एक सवाल है कि क्या रेलवे इन दिनों दिव्यांग की तरह बुजुर्गों के लिए भी ट्रेन किराए में छूट दे रहा है या नहीं है?
रेलवे के मुताबिक अभी तीन कैटेगरी के लोगों को छूट मिल रही है। फिलहाल दिव्यांगों, मरीजों और फंसे हुए छात्रों को कंसेशन दिए जा रहे हैं। बुजुर्ग और महिला कैटेगरी का कोटा बरकार है। उन्हें सीट की प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन अभी कंसेशन नहीं दिया जा रहा है। वहीं रेलवे ने कोरोना संकट के बीच रेल टिकट के किराये को लेकर भी साफ किया है कि टिकट का किराया उनता ही वसूला जा रहा है जितना की कोरोना संकट से पहले लिया जा रहा था।
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष श्री वी.के यादव ने कहा है कि ‘यात्री किराए में कोई भी फेरबदल नहीं किया गया है, जो किराया लॉकडाउन के पहले था वही किराया अब लिया जा रहा है।’ ऐसे में अगर आपसे कोई ज्यादा किराया वसूल करता है तो आपको रेलवे को इसकी शिकायत करनी चाहिए।
बता दें कि ट्रेन किराए में किसी भी तरह का केटरिंग शुल्क शामिल नहीं किया गया है। यात्रा के दौरान चादर, कंबल या फिर तकिया नहीं दिया जाएगा। सभी यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर प्रवेश और निकास के समय और साथ ही यात्रा के दौरान फेस कवर या मास्क पहनना होगा।
