पैसों की बचत करना और उन्हें सही जगह पर निवेश करना दोनों ही जरूरी माने जाते हैं। कई लोग बचत तो करते हैं लेकिन उसे सही जगह पर निवेश नहीं करते। वहीं कई लोग निवेश तो करते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में गलत जगह पर निवेश कर बैठते हैं। बाजार में निवेश के ऐसे कई विकल्प मौजूद हैं जो मोटा मुनाफा देते हैं लेकिन इनमें जोखिम भी उतना ज्यादा है।

ऐसे में अपनी मेहनत की मोटी और गाढ़ी कमाई को सही जगह पर निवेश करने के लिए आप निवेश के उन विकल्पों में से किसी एक को चुन सकते हैं जिनमें जोखिम बिल्कुल नहीं होता और आपका पैसा बेहतर रिटर्न के साथ आपको वापस मिल जाता है। हम आपको निवेश के ऐसे ही तीन विकल्प के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

1. बैंक एफडी: बैंक फिक्सड डिपॉजिट निवेश के सबसे बेहतरीन विकल्पों से एक माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें अच्छा रिटर्न मिलता है। ब्याज के रूप में बढ़िया पैसा मिल जाता है। पूंजी भी सुरक्षित होती है क्योंकि जिस बैंक में आपका पैसा है आप उसमें ही एफडी करवा सकते हैं। खास बात यह है रिटर्न का समय पर भुगतान कर दिया जाता है। बात करें रिटर्न की तो यह सालाना ब्याज दर के आधार पर तय होता है। अलग-अलग बैंक एफडी पर अलग-अलग ब्याज ऑफर करते हैं। अमूमन बैंक आपकी इस रकम से आपको दिए जाने वाले ब्याज से ज्यादा रिटर्न देते हैं।

2. पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट: पोस्ट ऑफिस में निवेश करना भी बेहतर माना गया है। पोस्ट ऑफिस की कुछ स्कीम्स में तो बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज ऑफर किया जाता है। पोस्ट ऑफिस के निवेश में कई बचत योजनाएं शामिल हैं जो बेहतर ब्याज ऑफर करती हैं। खास बात यह है कि पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में निवेशकर्ता को टैक्स लाभ भी मिलते हैं। यट छूट इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत मिलती है।

यानी 1,50,000 रुपये तक के निवेश पर टैक्स नहीं देना होता। पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में की बात करें तो आप सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम जैसी स्कीम शामिल हैं।

3. PPF: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ में निवेश करना भी बेहतर विकल्पों में से एक माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें भी 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स लाभ मिलता है। निवेश के इस विकल्प में सरकारी गारंटीड रिटर्न देती है। अगर आप लॉन्ग टर्म में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो पीपीएफ निवेश का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। हालांकि मैच्योरिटी पर इसे पांच-पांच साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। मात्र 100 रुपये के जरिए भी इस खाते को खोला जा सकता है।