राज्य सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले तीन महीनों में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ के दौरान नुकसान झेलने वाले किसानों के लिए 3,501 करोड़ रुपए के मुआवजे को मंजूरी दे दी है। यह रकम जल्द ही किसानों के खाते में भेजा जाएगा।
सरकारी आदेश के अनुसार, असिंचित फसलों के नुकसान के लिए 13,600 रुपए प्रति हेक्टेयर, सिंचित फसलों के लिए 27,000 रुपए प्रति हेक्टेयर और बारहमासी फसलों के लिए 36,000 रुपए प्रति हेक्टेयर का मुआवजा दिया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि इस साल जून से अगस्त के बीच राज्य के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ और भारी बारिश के कारण किसानों को फसल का नुकसान हुआ है।
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बारिश और बाढ़ से नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही घोषणा की थी कि किसानों के लिए मुआवजे में बढ़ोतरी की जाएगी। हालांकि सरकार बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के लिए मुआवजे में वृद्धि करेगी और कैबिनेट ने प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी थी। इस मुआवजे के ऐलान के बाद किसानों के खाते में क्षेत्र के हिसाब से रकम भेजी जाएगी।
इससे पहले सरकार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से बाढ़ और बारिश से प्रभावित एरिए का सर्वे कराएगी और पात्र किसानों की जानकारी इक्कठा करके मुआवजे की रकम भेजी जाएगी।
गौरतलब है कि किसानों को प्याज समेत कई फसलों के दाम कम होने से पहले ही परेशानी का सामना करना पड़ा है और वहीं अभी बाढ़ और बारिश की समस्या के कारण कई जगहों पर प्याज का भंडारण किया गया था, लेकिन वह बारिश के कारण पानी भर जाने से स्टोर किया गया फसल भी खराब हो चुका है।
पुणे जिले के अम्बेगांव तालुका निवासी किसान नरहरि श्रीपति शिंदे ने बताया कि 450 से 500 बोरी प्याज को उन्होंने स्टोर करके रखा था, लेकिन बारिश के पानी के कारण बैरक में रखे प्याज बहकर सड़क पर आ गए और करीब 100 से 150 बोरी प्याज बह गए। उन्होंने बताया कि इससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है।