Insurance Regulatory and Development Authority, Health Insurance: इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी (इरडा) ने इंश्योरेंस कंपनियों से कहा है कि टेलिमेडिसिन चार्ज को भी हेल्थ कवर में गिना जाए। इरडा के इस फैसले के बाद करोड़ों हेल्थ इंश्योरेंपस पॉलिसीधारकों को कोरोना संकट की इस विपरीत समय में फायदा पहुंचेगा।

कोरोना संकट और फिर इसकी रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते पॉलिसीधारक टेलिफोन या वीडियो कॉल के जरिए डॉक्टर से परामर्श ले रहे हैं। ये चलन आगे भी जारी रहेगा। कोरोन संकट ने लोगों को नई तकनीक अपनाने के लिए भी प्रेरित किया है।  ऐसे में इरडा ने आने वाले समय और मौजूदा जरूरतों को ध्यान में रखते यह फैसला लिया है।

इरडा के इस फैसले का मतलब ये है कि अब टेलीमेडिसिन का खर्चा भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर होगा साथ ही फोन-वीडियो कॉल पर डॉक्‍टर से परामर्श का भी क्लेम मिल सकेगा। वे लोग जो कोविड-19 महामारी के इस दौरा में घर से नहीं निकल पा रहे उन्हें इससे सबसे ज्यादा फायदा पहुंचेगा।

इरडा ने कहा है कि इस टेलीमेडिसिन क्लेम को पाने के लिए हमारी इजाजत की जरूरत नहीं होगी क्योंकि इसका खर्च भी क्लेम का हिस्सा माना जाएगा। इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च भी टेलीमेडिसिन की इजाजत दे चुका है।

बता दें कि टेलीमेडिसिन परामर्श इंटरनेट का इस्तेमाल कर लिया जाता है। बीमार व्यक्ति डॉक्टर के जरिए वीडियो या कॉल के जरिए बातचीत करता है और परेशानी बताता है। इसके लिए मरीज फोन कॉल, व्हॉट्सऐप, मोबाइल मैसेज, वीडियो कॉलिंग का इस्तेमाल करता है।