Tips for first-time flyers: कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच 25 मई से देशभर में घरेलू उड़ानें फिर से शुरू हो रही है। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद विमानन कंपनियां फिर से अपनी सेवाएं देने के लिए खुद को नए सिरे से तैयार कर रही है। हवाई सफर रोड ट्रैवल और ट्रेन ट्रैवल से कई मायनों में अलग होता है।

रोड ट्रांसपोर्ट और रेलवे ट्रांसपोर्ट के अलग-अलग नियम होते हैं तो हवाई सफर के लिए भी अलग प्रक्रिया को फॉलो किया जाता है। पहली बार हवाई सफर करने वालों को इन नियमों के बारे में पता होना चाहिए ताकि फ्लाइट पकड़ते हुए वह आसानी से सारी प्रक्रियाओं को निपटा सकें।

जिस तरह ट्रेन और बस में यात्री टिकट दिखाकर सफर कर सकता है लेकिन फ्लाइट में ऐसा नहीं होता। फ्लाइट में यात्री को टिकट के साथ-साथ बोर्डिंग पास के जरिए ही एंट्री मिलती है। बोर्डिंग पास टिकट के जरिए ही मिलता है। ऐसे में जितनी अहमियत एयर टिकट की है उतनी ही बोर्डिंग पास की भी है।

एयरपोर्ट में तो बिना टिकट के एंट्री ही नहीं होती। ऐसे में यात्रियों को अपने टिकट की हार्ड कॉपी के साथ-साथ ई-टिकट भी रखना चाहिए। इसका फायदा यह होगा कि अगर आपके टिकट की हार्ड कॉपी अगर गुम हो जाती है तो आप ई-टिकट के जरिए एयरपोर्ट में एंट्री ले सकते हैं।

जिस तरह बस और ट्रेन में यात्रा से पहले यात्रियों का 20 से 25 मिनट पहले पहुंचने से भी काम हो जाता उस तरह एयर ट्रैवल के दौरान नहीं होता। घरेलू उड़ानों के लिए यात्रियों को एक से 2 घंटे को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीन से चार घंटे पहले पहुंचना होता है।